पार्टी के अंदर फाइव स्टार कल्चर को छोड़े बगैर नहीं जीत सकते चुनाव: गुलाम नबी आजाद

पार्टी के अंदर फाइव स्टार कल्चर को छोड़े बगैर नहीं जीत सकते चुनाव: गुलाम नबी आजाद

नई दिल्ली। हाल ही में आए बिहार विधानसभा चुनाव और अन्य राज्यों के उपचुनाव परिणामों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इन चुनाव परिणामों में हुए नुकसान के बारे में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम सभी नुकसान के बारे में चिंतित हैं, खासकर बिहार और उपचुनाव परिणामों के बारे में। मैं नुकसान के लिए नेतृत्व को दोष नहीं देता। हमारे लोगों ने जमीन पर संबंध खो दिया है। उनकी पार्टी से प्यार होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज नेताओं के साथ समस्या यह है कि अगर उन्हें पार्टी का टिकट मिलता है, तो वे पहले फाइव स्टार होटल बुक करते हैं। यदि कोई उबड़ खाबड़ सड़क है तो वो वहां प्रचार पर नहीं जाएंगे। जब तक पार्टी के अंदर के नेता फाइव स्टार संस्कृति को नहीं छोड़ देते, तब तक कोई चुनाव नहीं जीता जा सकता।

उन्होंने आगे कहा कि यह हमारी पार्टी हो या किसी अन्य की, फाइव स्टार और चाटुकारिता की संस्कृति के चलते कांग्रेस पार्टी खत्म होने के साथ-साथ नेताओं के पतन का मुख्य कारण बन गई है। हमें हर स्तर पर इस संस्कृति से दूर रहना चाहिए। राजनीति एक तपस्या है। उन लोगों पर शर्म आती है जो आनंद और धन के लिए राजनीति में शामिल होते हैं।

पार्टी में विरोध के सुर हुए तेज

बता दें कि बिहार चुनाव परिणाम के बाद से कांग्रेस में विरोध के सुर तेज हो गए हैं। कई बड़े पार्टी नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े किए तो कई नेताओं ने पार्टी की नीति रणनीति पर सवाल उठाए हैं। इसी के चलते अब कांग्रेस के बड़े नेता गुलाम नबी आजाद का यह बयान काफी अहम हो जाता है कि पार्टी के अंदर व्याप्त फाइव स्टार कल्चर को खत्म करना होगा।

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। राजद और कांग्रेस यही दोनों दल महागठबंधन के सबसे बड़े दल थे। कांग्रेस ने बिहार की 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से सिर्फ 19 ही चुनाव जीत सके। वहीं, मध्य प्रदेश उपचुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा।