कट्टरपंथियों के चंगुल से बाहर निकलें मुसलमान: फैज

- सहारनपुर में पत्रकारों से वार्ता करती राष्ट्रवादी मुस्लिम महिला संघ की अध्यक्ष फरहा फैज।
सहारनपुर [24CN]। राष्ट्रवादी मुस्लिम महिला संघ की अध्यक्ष फरहा फैज एडवोकेट ने कहा कि सऊदी अरब जैसे इस्लामिक देश ने तबलीगी जमात पर प्रतिबंध लगाकर इस बात की पुष्टि कर दी है कि यह संस्था आतंकवाद का एक प्रवेश द्वार है जो मुसलमानों को गुमराह करके उनका धर्म के नाम पर नाजायज इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को इस संस्था से दूर रहना चाहिए।
राष्ट्रवादी मुस्लिम महिला संघ की अध्यक्ष फरहा फैज आज यहां अपने आवास पर पत्रकारों के साथ वार्ता कर रही थी। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में भी मुसलमानों द्वारा सऊदी अरब के इस फैसले का स्वागत करते हुए इन संस्थाओं से डरना छोड़कर इनका खुलेआम बहिष्कार करने की शुरूआत करने का समय आ गया है। भारत में तबलीगी जमात और इस जैसी अन्य संस्थाएं जमीयत उलेमा ए हिंद, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, दारूल उलूम देवबंद आदि वे संस्थाएं हैं जिनका उदय सरकार विरोधी मानसिकता के साथ हुआ। कौम को टुकड़ों में बांटना, मुसलमानों को सरकार के खिलाफ करना, मुसलमान व सरकार के बीच धर्म के नाम खाई खोद देना, संविधान में दी हुई धार्मिक स्वतंत्रता का दुरूपयोग कर मुसलमानों के जीने के अधिकार को समाप्त करना, मुसलमानों को धर्म के नाम पर गुमराह करना, शिक्षा से वंचित करना, बेरोजगारी को बढ़ावा देना, धर्म की गलत व्याख्या करना, चुनाव में सरकारों को ब्लैकमेल करना आदि उद्देश्यों के साथ-साथ इन संस्थाओं का मूल उद्देश्य देवबंदी विचारधारा को बढ़ावा देना है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों को जेहादी और गाजी का सुनहरा ख्वाब दिखाकर और अब हिंदुस्तान में इस्लाम खतरे में है, का नारा देकर मुसलमानों को गुमराह करके देश में गृहयुद्ध का माहौल बनाने में इन संस्थाओं को महारथ हासिल होती है। उन्होंने सऊदी अरब की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि मुस्लिम समाज को अपनी आंखें खोलकर शरियत को इन कट्टरपंथियों के चश्मे से देखने के बजाए अपने आप पढ़ें और समझें तथा इनके चंगुल से बाहर निकलें तथा अपनी तरक्की को ध्यान में रखकर बच्चों को शिक्षित करके एक शिक्षित व सभ्य समाज की स्थापना करने का काम करें।