नागरिक सुरक्षा के लिए कराएं मॉक ड्रिल, MHA ने कई राज्यों को जारी किया निर्देश

नागरिक सुरक्षा के लिए कराएं मॉक ड्रिल, MHA ने कई राज्यों को जारी किया निर्देश

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। एक तरफ तो पाकिस्तान में संसद की बैठक चल रही है तो वहीं, दूसरी तरफ भारत में केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने सोमवार 5 अप्रैल 2025 को बड़ा कदम उठाते हुए देश के कई राज्यों को नागरिकों की सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल (Civil Defence Drill) करने के निर्देश जारी किए हैं। गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में कहा गया कि राज्य 7 मई 2025 को प्रभावी तरीके से नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन करेंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस दौरान निम्नलिखित उपाय किए जाएंगे। जैसे-

1. हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन।
2. शत्रुतापूर्ण हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षण।
3. क्रैश ब्लैक आउट उपायों का प्रावधान।
4. महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को समय से पहले छिपाने का प्रावधान
5. निकासी योजना का अद्यतनीकरण और उसका पूर्वाभ्यास

 

1971 में किया गया था ऐसा मॉक ड्रिल

इससे पहले इस तरह का अभ्यास 1971 में किया गया था, जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. ऐसे समय में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश काफी अहम है. पाकिस्तान को इस बात का डर सता रहा है कि भारत कभी भी उसपर हमला कर सकता है. इस डर से पाकिस्तान कभी संयुक्त राष्ट्र तो कभी अमेरिका के सामने गिड़गिड़ा रहा है.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को देखते हुए पंजाब के फिरोजपुर छावनी बोर्ड ने रविवार (4 मई 2025) को 30 मिनट का ब्लैकआउट अभ्यास किया. ब्लैकआउट अभ्यास रात नौ बजे से साढ़े नौ बजे तक छावनी क्षेत्र में किया गया. इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध के खतरे के दौरान ब्लैकआउट प्रक्रियाओं को लागू करने की तैयारी और प्रभावशीलता सुनिश्चित करना है. इस अभ्यास को सफल बनाने में आपका समर्थन और सहयोग महत्वपूर्ण है.