असुरक्षित ढंग से सडक़ किनारे रखे गैस सिलेंडर दे सकते हैं बड़े हादसे को जन्म
- सहारनपुर में सडक़ किनारे असुरक्षित ढंग से रखे गए गैस सिलेंडर।
सहारनपुर [24CN] । महानगर में लॉकडाउन के दौरान आम जनता को हालांकि घरेलू गैस की आपूर्ति में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आ रही है परंतु जिस तरह से महानगर की विभिन्न गैस एजेंसियों के डिलीवरी मैन सडक़ों के किनारे असुरक्षित ढंग से गैस से भरे सिलेंडर रखते हैं, उससे किसी भी समय कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। गौरतलब है कि महानगर में अनेक गैस एजेंसियों गोदामों से छोटे हाथी व अन्य साधनों से गैस सिलेंडर लाकर एक स्थान पर रखकर डिलीवरी मैन सिलेंडरों की सप्लाई शुरू कर देते हैं।
बताया जाता है कि 62 फुटा रोड स्थित दून पब्लिक स्कूल व परी महल के पास क्षेत्रीय गैस एजेंसी के वाहन गाडिय़ों में गैस सिलेंडर लेकर पहुंच जाते हैं तथा सिलेंडरों को असुरक्षित ढंग से सडक़ किनारे रखकर डिलीवरी मैन द्वारा सिलेंडरों की आपूर्ति की जाती है। यह सिलसिला कभी-कभी सुबह से शाम तक जारी रहता है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि कोई बीड़ी-सिगरेट पीने वाला राह चलता व्यक्ति बीड़ी-सिगरेट फेंक दे तो इससे क्षेत्र में कोई बड़ी घटना अथवा सिलेंडरों में आग लगने की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।
नियमानुसार एलपीजी सिलेंडर भंडार एवं गैस से भरे सिलेंडरों का परिवहन करने वाले दुपहिया वाहनों में आग बुझाने के लिए छोटे अग्निशमन यंत्रों का होना आवश्यक है परंतु महानगर के विभिन्न क्षेत्रों में एलपीजी से भरे सिलेंडरों का परिवहन करने वाले वाहनों में अग्निशमन के छोटे यंत्र भी नहीं लगे हैं। इससे किसी भी समय कोई घटना होने से इनंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति इन डिलीवरी मैन को इन सिलेंडरों को सुरक्षित रखने की बात कहता है तो यह उन पर रौब गालिब करते हैं। दून पब्लिक स्कूल के स्वामी गयूर आलम व अन्य मौहल्लेवासियों ने मुख्य अग्निशमन अधिकारी से इस समस्या की ओर ध्यान देते हुए शीघ्र ही समस्या का समाधान कराने की मांग की है।