गैस एजेंसी संचालक डाल रहे हैं उपभोक्ताओं की जेब पर डाका

- सहारनपुर में गैस सिलेंडरों का प्रतीकात्मक फाइल फोटो।
सहारनपुर [24CN]। रसोई गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों ने एक ओर जहां गृहणियों की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है, वहीं दूसरी ओर गैस एजेंसी संचालक भी उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालने से पीछे नहीं हट रहे हैं। गैस उपभोक्ताओं के लिए सरकार द्वारा प्रदान की जा रही कैश एंड कैरी की सुविधा एजेंसियों की काली कमाई का जरिया बनती जा रही है। गैस डिलीवरी के लिए चार्ज लेने के बावजूद भी उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर की डिलीवरी होने पर अलग से सर्विस चार्ज देना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को सही जानकारी न होने पर वे ठगे जा रहे हैं।
गौरतलब है कि जनपद में इंडियन ऑयल की 35, भारत की 23 व हिंदुस्तान पेट्रोलियम की 7 एजेंसियां हैं। जिन पर सरकार द्वारा कैश एंड कैरी की सुविधा मिलने के बावजूद उनसे सीएनसी चार्ज भी वसूला जा रहा है तथा गैस डिलीवरी लेने के लिए उपभोक्ताओं को अलग से सर्विस चार्ज देना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं की गैस एजेंसियों से जेब कटवाना उनकी मजबूरी बन गई है। यदि कोई उपभोक्ता इन गैस एजेंसियों के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत करता है तो उसे डरा-धमकाकर चुप करा दिया जाता है। जबकि सरकार का नियम है कि जो उपभोक्ता गोदाम से गैस सिलेंडर लेगा उसे कैश एंड कैरी की छूट का लाभ एजेंसी द्वारा दिया जाएगा तथा डिलीवरीमैन उसके घर होम डिलीवरी नहीं करेगा और यदि उपभोक्ता होम डिलीवरी चाहता है तो उसे कैश एंड कैरी की छूट का लाभ नहीं मिलेगा और न ही अलग से कोई चार्ज नहीं देना पड़ेगा। होम डिलीवरी नि:शुल्क होगी। उपभोक्ताओं को होम डिलीवरी नि:शुल्क होने के बावजूद 20 से 30 रूपए अलग से सर्विस चार्ज देना पड़ता है जो ग्राहकों की मजबूरी बन गई है तथा कैश एंड कैरी के 27 रूपए 60 पैसे को जोड़कर 48 रूपए उपभोक्ता को बेवकूफ बनाकर अलग से ठगे जा रहे हैं और अलग गैस एजेंसी को प्रति सिलेंडर कमीशन भी मिलता है।
एक ओर जहां उपभोक्ता गैस के आसमान छू रहे दामों से परेशान है वहीं दूसरी ओर गैस एजेंसी संचालक ग्राहकों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें ठग रहे हैं। इतना ही नहीं गैस एजेंसी संचालकों द्वारा कैश एंड कैरी के सम्बंध में अपनी एजेंसी के कार्यालय व गोदामों पर कोई भी जानकारी सम्बंधी बोर्ड नहीं लगाते हैं।