बेंगलुरु। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की अंतर्कलह सामने आई है। दो वरिष्ठ नेताओं, एक विधायक और एक अन्य मंत्री ने एक-दूसरे के खिलाफ ही व्यापार के आरोप लगाकर मोर्चा खोल दिये हैं।भाजपा के भारी उद्योग मंत्री मुरुगेश आर. निरानी ने शनिवार को पार्टी विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल को चेतावनी दी कि अगर वह ‘मूर्खतापूर्ण’ बात करना जारी रखेंगे तो उनकी जीभ काट दी जाएगी।
मुख्यमंत्री पर नहीं है विश्वास
इससे पहले विधायक बसनगौड़ा पाटिल ने पंचमसाली लिंगायत उप संप्रदाय को ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण कोटे की बात करते हुए मंत्री निरानी को दलाल कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पर कोई विश्वास नहीं है। इसीलिए उन्होंने पार्टी आलाकमान से संपर्क किया है।
”उनकी जुबान काट दी जाएगी”
मंत्री निरानी ने कहा, “उन्होंने (बसनगौड़ा पाटिल यतनाल) ‘दलाल’ शब्द का इस्तेमाल किया था। वह उस संस्कृति में बहुत अधिक है और उसी भाषा का उपयोग करता है। जो लोग अपने पिता से पैदा हुए हैं, वे इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करते हैं।” उन्होंने कहा, “अगर वह बिना मतलब की बात करना जारी रखें, तो उनकी जुबान काट दी जाएगी। मुख्यमंत्री बोम्मई ने चुप रहने के निर्देश दिए हैं। अगर वह पार्टी में नहीं रहना चाहते हैं, तो उन्हें बाहर जाने दें और विरोध करने दें।”
विजयपुरा की जनता देगी करारा जवाब
मंत्री निरानी ने कहा कि विजयपुरा के लोग, जहां से वह आते हैं, उन्हें करारा जवाब देंगे। आरक्षण की मांग हाल की नहीं है। सीएम बोम्मई ने पंचमसाली उप संप्रदाय को आरक्षण देने की प्रतिबद्धता जताई है। सरकार ने ओबीसी कोटा को समायोजित करने के लिए 2सी और 2डी श्रेणियां बनाई थीं। इन सबके बावजूद बासनगौड़ा पाटिल यतनाल दोष मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने इस संबंध में बसव जयमृत्युंजय स्वामीजी द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन की निंदा करते हुए इसे “राजनीतिक रूप से” प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि एससी/एसटी और वोक्कालिगा समुदायों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी दलीलें रखी हैं। विधायक बासनगौड़ा पाटिल बयान जारी कर सरकार को शर्मिंदा कर रहे हैं।