कृषि कानूनों के खिलाफ 21 जनवरी को चक्का जाम करेंगे मोर्चा कार्यकर्ता
सहारनपुर [24CN] । पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महासचिव आसिम मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कानून जहां किसानों के लिए बर्बादी का फरमान हैं, वहीं देश की आम जनता को भी इसका भारी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा आगामी 21 जनवरी को देवबंद में चक्का जाम करेगा। प्रदेश महासचिव आसिम मलिक आज यहां महफूज गार्डन स्थित मोर्चा के कार्यालय पर आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ चंद उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है क्योंकि देश का अन्नदाता किसान आंदोलन करने को मजबूर है परंतु केंद्र सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपा ने किसानों को उनकी आय दोगुनी करने के सब्जबाग दिखाए थे परंतु सत्ता में आते ही भाजपा ने किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाने की बजाए उन्हें खेतिहर मजदूर बनाने का षडयंत्र रचा है जिसे मोर्चा कार्यकर्ता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि जब तक किसान विरोधी तीनों काले कानून वापस नहीं होते तब तक अन्नदाता किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आगामी 21 जनवरी को देवबंद के जामिया तिबिया कालेज पर एकत्र होकर चक्का जाम करने का काम करेंगे और सरकार से आरपार की लड़ाई लडऩे का काम किया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष नीरज कपिल ने कहा कि 21 जनवरी को पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा पूरी तरह चक्का जाम करेगा और किसानों का उत्पीडऩ कर रहे विद्युत विभाग के अधिकारियों को भी सबक सिखाने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा के नेतृत्व में गांव-गांव जाकर सभाएं की जा रही हैं और 21 जनवरी को किसानों से चक्का जाम में शामिल होने का आह्वान किया जा रहा है। बैठक का संचालन नगर मंत्री मंसूर मलिक ने किया। बैठक में सलमान, राजेंद्र कुमार, शुभम कुमार, कारी नसीम, अनीस अहमद, आरिफ, गौरव शर्मा, रविंद्र चौधरी, सुमित वर्मा, अभिषेक, चौ. संदीप, आयुष सैनी, फिरोज कुमार, फैज खान, अमित कुमार, कुलदीप चौधरी, स. गुरविंदर सिंह बंटी, रविंद्र मलिक, सद्दाम मलिक, सफीक मलिक, आतिफ आदि मौजूद रहे।