7 जनवरी से एक बार फिर चलेगी शीतलहर, 4 डिग्री जा सकता है न्यूनतम तापमान; ओले गिरने के भी आसार

7 जनवरी से एक बार फिर चलेगी शीतलहर, 4 डिग्री जा सकता है न्यूनतम तापमान; ओले गिरने के भी आसार

नई दिल्ली । पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के साथ केंद्र शासित प्रदेश में शुमार लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बर्फबारी ने मैदान इलाकों को बेहद सर्द कर दिया है। शनिवार सुबह कोहरे और ठंड से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को राहत है और यह सिलसिला आगामी 6 जनवरी तक रहेगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से शनिवार से लेकर 6 जनवरी तक दिल्ली-एनसीआर के लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिलती रहेगी। इस दौरान दिल्ली के कई इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है और 4 जनवरी को बारिश के साथ ओले भी पड़ सकते हैं। न्यूनतम तापमान 6 से 8 और अधिकतम 19 से 21 डिग्री रहने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ खत्म होने के बाद सात जनवरी से एक बार फिर शीतलहर चलेगी। इस दौरान न्यूनतम तापमान 4 डिग्री रहने का अनुमान है।

15 साल बाद सबसे सर्द रही एक जनवरी

मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में सबसे कम न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड 1935 का है। 16 जनवरी 1935 को तापमान -0.6 डिग्री रहा था। लिहाजा, इस बार शुक्रवार का दिन 86 वर्षो में जनवरी में दूसरा सबसे ठंडा दिन रहा। छह जनवरी 2016 को न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री था, जबकि पिछले साल एक जनवरी को 2.4 डिग्री दर्ज किया गया था।

बढ़ी सर्दी के साथ हुआ 2021 का आगाज

बता दें कि इससे पहले कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे के बीच नए साल का आगाज हुआ। शुक्रवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान सामान्य से छह डिग्री नीचे 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह पिछले डेढ़ दशक (15 साल) में सबसे कम था। इससे पहले 2006 में आठ जनवरी को न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री रहा था। अधिकतम तापमान 19.2 डिग्री रहा, जो सामान्य है। हालांकि, रिज एरिया और नजफगढ़ में अधिकतम तापमान 16.1 डिग्री ही रहा।

सुबह कम रही दृश्यता

कोहरे के कारण शुक्रवार को दिल्ली के कई क्षेत्रों में दृश्यता बहुत कम रही। शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे सफदरजंग और पालम एयरपोर्ट के पास दृश्यता महज 200 मीटर थी।

80 उड़ानों के संचालन में देरी

आइजीआइ एयरपोर्ट पर शुक्रवार को कोहरे के कारण करीब 80 उड़ानों का संचालन देरी से हुआ। इससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि, राहत भरी बात यह रही कि इस दौरान न तो कोई उड़ान रद की गई और न ही किसी का डायवर्जन हुआ। एयरपोर्ट स्थित मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार की सुबह रनवे पर दृश्यता का स्तर काफी कम था।