नई दिल्ली । कोविड-19 महामारी के संकट के बीच पड़ोसी देश नेपाल के लिए मदद लेकर भारत खड़ा है। विदेश मंत्रालय (MEA)  ने बुधवार को बताया, ‘ पड़ोसी और मित्र के तौर पर भारत की ओर से नेपाल के लिए सहायता मिल रहा है। महामारी से  जूझ रहे नेपाल के साथ मित्र भारत खड़ा  है। वैसे नेपाल की मदद के लिए चीन ने ऑक्सीजन सहायता दी लेकिन वह पर्याप्त नहीं है और अब भारत मदद दे रहा है। भारत की ओर से 15 टन क्षमता वाले दो टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन भेजे गए हैं। इसमें  तीन और टैंकर इसमें जोड़ने जा रहा है।

नेपाली  प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के विदेशी मामलों के सलाहकार राजन भट्टाराई ने भी इसकी पुष्टि की।  उन्‍होंने कहा, ‘नेपाल को भारत से लिक्विड ऑक्सीजन मिल रहा है और भारत एकमात्र देश है जो हमें यह दे रहा है। नेपाल में ऑक्सीजन की किल्लत है जिसे पूरा करने के लिए देश की सरकार प्रयास कर रही है।’ उल्लेखनीय है कि भारत महामारी से जूझ रहा है और इसलिए नेपाल को  कोविशील्‍ड वैक्‍सीन का निर्यात नहीं कर पा रहा। हालांकि  चीन अब तक कोरोना वैक्सीन के  8 लाख डोज नेपाल को दे चुका है।

नेपाल में भारतीय कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की खुराक  10 लाख लोगों को लगाई गई है और अब नेपाल कोविशील्‍ड वैक्‍सीन की दूसरी खेप चाहता है। बता दें कि  भारत के सीरम इंस्‍टीट्यूट से 20 लाख कोरोना वैक्‍सीन आपूर्ति को लेकन नेपाल के साथ डील की गई जिसमें से से 10 लाख दी जा चुकी है। इससे पहले रक्षा मामलों के विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने भी कहा था कि  कोरोना संकट के बावजूद भारत को अपने पड़ोसी देशों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि  भारतीय दवाएं और वैक्‍सीन नेपाल और भूटान को देने से भारत का हित होगा। अफगानिस्‍तान, बांग्‍लादेश, म्‍यांमार, मालदीव और श्रीलंका को भी विशेष ध्‍यान देने की जरूरत है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटों में 2,08,921 नए कोरोना संक्रमण के मामले आए और 4 ,157 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद देश में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 2,71,57,795 हो गई और मरने वालों का आंकड़ा  3,11,388 है। देश में अभी कुल 24,95,591  सक्रिय मामले हैं वहीं स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा  2,43,50,816 हो गया है। 16 जनवरी से देश में शुरू किए गए वैक्सीनेशन के व्यापक अभियान के तहत अब तक कुल  20,06,62,456 डोज दिए जा चुके हैं।