फ्रांस ने इजरायल को दिया इतिहास का सबसे बड़ा झटका, फिलिस्तीन को देश के तौर पर देगा मान्यता

फ्रांस ने इजरायल को अब तक का सबसे बड़ा झटका दिया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ऐलान कर दिया है कि फ्रांस, फिलिस्तीन को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता देगा। मैक्रों ने गुरुवार को इस बात की घोषणा की है। फ्रांस और इसके राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का ये फैसला इजरायल को लेकर उनके रुख में एक बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। मैक्रों ने इसके साथ ही गाजा में युद्ध को रोकने और लोगों को बचाने की बात को जरूरी बताया है।
क्या बोले इमैनुएल मैक्रों?
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को X पर किए गए एक पोस्ट में कहा- मध्य पूर्व में न्यायसंगत और स्थायी शांति के प्रति अपनी ऐतिहासिक प्रतिबद्धता के अनुरूप, मैंने निर्णय लिया है कि फ्रांस फ़िलिस्तीन राज्य को मान्यता देगा। मैं इस सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष यह गंभीर घोषणा करूंगा। आज की तात्कालिक प्राथमिकता गाजा में युद्ध को समाप्त करना और नागरिक आबादी को राहत पहुंचाना है।
क्या है पूरा मामला?
7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल में घुसकर नरसंहार किया था। उसने इजरायल के हजार से ज्यादा नागरिकों को बेरहमी से कत्ल कर दिया था। इसके बाद इजरायल ने गाजा में हमास को खत्म करने के लिए अभियान चलाया जो कि अब तक जारी है। हमास संचालित स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इजरायल के हमलों में गाजा में 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, इसमें सैन्य और नागरिक डेटा अलग-अलग नहीं है। शुरुआत में फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने इजरायल को समर्थन दिया था और अक्सर यहूदी-विरोधी भावना के खिलाफ बोलते रहे। हालांकि, हाल के महीनों में गाजा में इजरायल के युद्ध को लेकर उनके रुख में बदलाव आया है।
फिलिस्तीन को कितने देश देते हैं मान्यता?
अल जजीरा के मुताबिक, दुनियाभर के कम से कम 146 देश फिलिस्तीन को मान्यता देते हैं। भारत साल 1988 में ही फिलिस्तीन को मान्यता देने वाले शुरुआती देशों में से एक बना था। जी-7 देश- कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका में से कोई भी फिलिस्तीन को मान्यता नहीं देते। हालांकि, फ्रांस ने अब ऐसा करने का ऐलान कर दिया है।