चौथे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन RAiSE 2025 का शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह में आयोजन
गंगोह: 5 दिसंबर 2025 को शोभित विश्वविद्यालय गंगोह (NAAC ‘A’ ग्रेड) में चौथे इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन रीसेंट एडवांस इन सस्टेनेबल एनवायरनमेंट (RAiSE 2025) का भव्य उद्घाटन किया गया। यह सम्मेलन डॉ. बी. आर. अम्बेडकर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) जालंधर, भारत के तकनीकी सहयोग तथा एसटीईएम रिसर्च सोसाइटी के समर्थन से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे डॉ. वैभव गुप्ता, आईआरडीई, डीआरडीओ (IRDE, DRDO) देहरादून; प्रो.(डॉ.) राजीव दत्ता, डीन रिसर्च, शोभित विश्वविद्यालय गंगोह, प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, रजिस्ट्रार, शोभित विश्वविद्यालय गंगोह; डॉ. ओ. पी. वर्मा, NIT जालंधर; तथा जनाब सूफी जहीर अख्तर, केयर टेकर, शोभित विश्वविद्यालय गंगोह और मेरठ कैंपस के सभी डीन और निदेशकों ने भी सम्मेलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम में एनसीसी छात्रों ने आमंत्रित मुख्य अतिथियों को गरिमामय गार्ड ऑफ़ ऑनर प्रदान किया।
उद्घाटन सत्र के दौरान डॉ. ओ. पी. वर्मा एवं संस्था के केयर टेकर सूफी जहीर अख्तर ने व्यावहारिक आधारित शिक्षा पर जोर दिया। डॉ. वर्मा ने कहा कि असाइनमेंट्स को रीयल-टाइम प्रोजेक्ट्स से बदला जाना चाहिए, जिससे विद्यार्थियों में नवाचार और कौशल क्षमता का विकास हो सके। प्रो.(डॉ.) राजीव दत्ता ने युवाओं के लिए उपलब्ध विभिन्न अवसरों पर प्रकाश डालते हुए शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के तीन विद्यार्थियों को प्राप्त महत्वपूर्ण छात्रवृत्तियों का उल्लेख किया।

इस अवसर पर कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने युद्धकाल में तकनीक की भूमिका पर आधारित प्रेरणादायक अनुभव साझा करते हुए स्किल-बेस्ड लर्निंग को भविष्य की आवश्यकता बताया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. वैभव गुप्ता ने आईआरडीई, डीआरडीओ में हो रहे तकनीकी नवाचारों की जानकारी दी तथा बताया कि किस प्रकार “ऑपरेशन सिंदूर”के दौरान उन्नत तकनीक ने विजय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कार्यक्रम के संयोजक प्रो.(डॉ.) वरुण बंसल ने सभी अतिथियों एवं आयोजन टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्मेलन में देशभर से 105 शोध पत्र हाइब्रिड मोड में प्रस्तुत किए गए तथा कुल 19 पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में डॉ. अनिल रॉयल ने आमंत्रित सभी अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. गुरजोत कौर ने शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में अपने अनुभव साझा किए और विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट आतिथ्य पर प्रशंसा व्यक्त की। इंडस्ट्री विशेषज्ञ दीपांशु भारद्वाज और जयकान्त ने भी विश्वविद्यालय में अपने प्रवास की सराहना की।
इस सम्मेलन के सफल आयोजन में मुख्य भूमिका निभाने वाले सदस्यों में— अजय शर्मा (आतिथ्य प्रबंधन), रितु शर्मा एवं सुमिका (सजावट एवं स्थल तैयारी), नितिन कुमार, कुलदीप चौहान, पुष्पेंद्र (तकनीकी सत्र प्रबंधन) विशेष रूप से शामिल रहे। सत्राध्यक्ष के रूप में डॉ. निधि त्यागी, डॉ. अनिकेत कुमार, डॉ. शिवा शर्मा, राजेश पांडे, डॉ. विनय और डॉ. गरिमा ने विभिन्न प्रस्तुति सत्रों का संचालन किया।

इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने सम्मेलन की सफलता पर आयोजन टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को वैश्विक स्तर की सीख प्रदान करते हैं।
यह सम्मेलन सतत पर्यावरण, तकनीकी नवाचार तथा शोध के क्षेत्र में नई दिशा देने वाला साबित हुआ और प्रतिभागियों के लिए एक प्रेरणादायक मंच के रूप में कार्य किया। इस अवसर पर सत्र के दौरान प्रो.(डॉ.) प्रशांत कुमार, डॉ. अभिमन्यु उपाध्याय, डॉ. शिवानी, अनिल जोशी व अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।

