जेएनयू में चार घंटे फैली रही अराजकता और दहशत, छात्रों ने देर रात पुलिस मुख्यालय घेरा

जेएनयू में चार घंटे फैली रही अराजकता और दहशत, छात्रों ने देर रात पुलिस मुख्यालय घेरा
  • नकाब पहने युवकों ने पत्थर व लाठियों से किया हमला, गर्ल्स हॉस्टल को भी बनाया निशाना
  • महिला शिक्षक सहित 26 से अधिक छात्र घायल, एम्स ट्रामा सेंटर में 23 घायल भर्ती
  • छात्र संघ अध्यक्ष आईशी सहित 12 के सिर में गंभीर चोटें, एबीवीपी पर मारपीट का आरोप

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) कैंपस में रविवार शाम छात्र गुटों में जमकर मारपीट हुई। इससे दोनों पक्षों के 26 से अधिक छात्र घायल हो गए, जिनमें से 12 के सिर में गंभीर चोटें आईं हैं। घायलों में छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष सहित महिला शिक्षक भी शामिल हैं। आईशी को गंभीर हालत में एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया है। जेएनयू छात्रसंघ ने मारपीट व तोड़फोड़ का एबीवीपी पर आरोप लगाया है। जबकि, एबीवीपी का कहना है कि यह सब लेफ्ट ने किया है।

बताया जाता है कि नकाब पहने 40 से 50 युवकों की भीड़ कैंपस में पहुंची और हॉस्टल में घुसकर हमला किया। कई वाहनों को तोड़ दिया गया। देर रात तक 23 घायलों को एम्स ट्रामा और 3 को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया था। आरोप है कि हमलावर छात्राओें के हॉस्टल में भी घुस गए और मारपीट की। हमले की सूचना के बाद कई एंबुलेंस कैंपस पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। घायलों को देखने के कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा भी एम्स पहुंची।

इस घटना के विरोध में छात्र देर रात तक प्रदर्शन कर रहे थे और पुलिस मुख्यालय का घेराव करने पहुंच गए। जेएनयू कैंपस में गत आठ अक्तूबर से हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के विरोध में छात्रसंघ समेत आम छात्रों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसके तहत छात्रों ने दिसंबर की सेमेस्टर परीक्षाओं का बहिष्कार किया था। दो दिन तक लेफ्ट संगठनों ने सर्वर रूम पर कब्जा करके रजिस्ट्रेशन में बाधा पहुंचाई थी। छात्र विंटर सेमेस्टर रजिस्ट्रेशन के आखिरी दिन रविवार को रजिस्ट्रेशन करने जा रहे थे।

इसी बीच प्रोक्टर ऑफिस के बाहर छात्रसंघ समेत वामपंथी छात्र संगठनों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। छात्रों को रोकने के लिए मारपीट व धक्कामुक्की शुरू हुई। इस दौरान शिक्षक भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने वामपंथ छात्र संगठनों को आम छात्रों से मारपीट करने से नहीं रोका। उधर,  कैंपस के टी प्वाइंट के सामने छात्र विरोध दर्ज कर रहे थे। थोड़ा अंधेरा होते ही कैंपस में अचानक 40 से 50 युवकों की भीड़ चेहरे पर नकाब पहने और हाथों में लाठियां लेकर घुसी और छात्रों से मारपीट व तोड़फोड़ शुरू कर दी।

युवकों की भीड़ ने गर्ल्स हॉस्टल में जाकर शीशे तोड़े और छात्राओं से भी मारपीट की। एम्स ट्रामा सेंटर के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि रात 10.30 बजे तक उनके यहां 23 छात्रों को गंभीर हालत में भर्ती कराया है। इनमें से करीब 12 छात्रों के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष की हालत गंभीर है।

इनके अलावा जेएनयू प्रोफेसर सुचित्रा के सिर में भी काफी चोटें हैं। चार घायलों के हाथ में फ्रैक्चर भी है। वहीं, सफदरजंग अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तीन घायलों को भर्ती कराया है। डॉक्टरों का कहना है कि तीन में से दो घायलों के सिर पर धारदार हथियार से हमला किया है। हालांकि दोनों ही अस्पताल प्रबंधन ने घायलों की पहचान बताने से इंकार कर दिया।


विडियों समाचार