पूर्व राज्यमंत्री को समर्थकों सहित आवास पर किया नजरबंद
सहारनपुर [24CN] । किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे पूर्व राज्यमंत्री श्रीमती शगुफ्ता खान, पूर्व चेयरमैन खालिद खान व युवा नेता साहिल खान की पुलिस से नोकझोंक हुई जिसके बाद पुलिस ने उनके समर्थकों सहित उन्हें उनके आवास पर ही नजरबंद कर दिया। पूर्व राज्यमंत्री श्रीमती शगुफ्ता खान, पूर्व चेयरमैन खालिद खान व युवा नेता साहिल खान अम्बाला रोड स्थित आवास से अपने समर्थकों के साथ किसानों के आंदोलन में शामिल होने के लिए निकले थे लेकिन उनके आवास के बाहर तैनात पुलिस बल ने उन्हें आगे नहीं बढऩे दिया और धमकी दी कि यदि जुलूस निकाला तो मुकदमें दर्ज होंगे। इस बीच पुलिस व साहिल खान के बीच तीखी बहस भी हुई। पुलिस ने तीनों नेताओं व समर्थकों को शाम तक नजरबंद रखा।
युवा नेता साहिल खान ने कहा कि भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार लोकतंत्र की हत्या कर किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। तीन नए कृषि बिलों को लेकर किसान पिछले 18 दिनों से दिल्ली सीमाओं पर डटे हुए हैं लेकिन सरकार उनकी समस्याओं का हल करने की बजाए माओवादी व खालिस्तान समर्थकों से जोड़कर उनका अपमान करने में लगी है। किसानों की जायज मांगों को देखते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आंदोलन के पहले दिन से ही किसानों के साथ हैं और आज के आंदोलन को भी अखिलेश यादव ने समर्थन देते हुए जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन की घोषणा की थी जिसे लेकर वह आज अपने समर्थकों के साथ किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे थे लेकिन तानाशाही सरकार के इशारे पर उन्हें नजरबंद कर दिया गया जिससे साफ है कि भाजपा सरकारें विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है लेकिन सपा के सिपाही इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे तथा इस किसान विरोधी सरकार को उखाडऩे तक अखिलेश यादव के नेतृत्व में संघर्ष करते रहेंगे। इस दौरान राशिद कुरैशी, अर्सलान खान, दिलदार खान, उस्मान गनी, मा. असलम, राव जीशान, राव वाजिद, सागर चौधरी, राव शमशाद, देव त्यागी, डा. ओमपाल, राजेंद्र चौधरी, जितेंद्र सैनी, आकाश गुर्जर आदि मौजूद रहे।