भाजपा में शामिल होने गए पूर्व मंत्री को बीच रास्ते से बैरंग लौटना पड़ा

- सहारनपुर में समर्थकों के साथ रैली में शिरकत करने जाते पूर्व मंत्री डा. धर्मसिंह सैनी।
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश विधानसभा के सामान्य निर्वाचन से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके मठ में पहुंचाने की चुनौती देने वाले पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री डा. धर्मसिंह सैनी को आज उस समय करारा झटका लगा जब वह अपने समर्थकों के साथ खतौली में आयोजित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में भाजपा में शामिल होने के लिए जा रहे थे परंतु भाजपा हाईकमान का संदेश मिलने के बाद उन्हें रास्ते ही बैरंग लौटना पड़ा।
गौरतलब है कि 2001 में बहुजन समाज पार्टी से अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत करने वाले डा. धर्मसिंह सैनी 2001 के उपचुनाव में तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी व पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा के हाथों पराजित हो गए थे। बाद में 2002, 2007 व 2012 में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर नकुड़ विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। बाद में 2017 के विधानसभा चुनाव से पूर्व डा. धर्मसिंह सैनी पूर्व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा हाईकमान ने 2007 से लेकर 2012 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री मायावती के मंत्रिमंडल में बेसिक शिक्षा विभाग जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय संभालने के चलते उन्हें योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में आयुष मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण विभाग सौंपकर राज्यमंत्री बनाया गया था परंतु 2017 के विधानसभा चुनाव के ऐन मौके पर डा. धर्मसिंह सैनी ने भाजपा पर पिछड़ों की उपेक्षा करने व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विधानसभा चुनाव के बाद उनके मठ में भेजने की चुनौती देते हुए सपा का दामन थाम लिया था तथा भाजपा प्रत्याशी व वर्तमान विधायक मुकेश चौधरी के हाथों पराजित हो गए थे। नकुड़ विधानसभा सीट से चुनाव हारने के बाद डा. धर्मसिंह सैनी राजनीतिक नैपेथ्य में चले गए थे। इस दौरान उनके कभी बसपा में तो कभी भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं गूंज रही थी। अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कराई गई जांच में प्रदेश के राजकीय आयुष कालेजों में फर्जी तरीके से विद्यार्थियों के प्रवेश में गड़बड़ी का मामला भी चर्चाओं में आया था।
बताया जाता है कि इसी दौरान पूर्व मंत्री डा. धर्मसिंह सैनी ने भाजपा हाईकमान से सम्पर्क साधा था तथा इसी दौरान किसी तरीके से हरी झंडी मिलने के बाद पूर्व मंत्री डा. धर्मसिंह सैनी दलबल के साथ खतौली में आयोजित मुख्यमंत्री की रैली में शामिल होने जा रहे थे। बताया जाता है कि जैसे ही उनका काफिला मुजफ्फरनगर पहुंचने वाला था तभी भाजपा हाईकमान से उन्हें भाजपा में शामिल न होने का संदेश मिला तो वे अपने समर्थकों के साथ बैरंग सहारनपुर लौट आए।
इस मामले को लेकर राजनीतिक हलकों में तरह-तरह की चर्चाएं गूंज रही हैं। उधर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि डा. धर्मसिंह सैनी के आज भाजपा में न शामिल होने के मामले से उनकी राजनीतिक साख को बट्टा लगा है। वहीं दूसरी ओर उनकी स्थिति न खुदा मिला न विशाले सनम वाली हो गई है। अब देखना है कि डा. धर्मसिंह सैनी निकट भविष्य में भाजपा में अपनी एंट्री करा पाने में सफल हो पाते हैं या नहीं?