जमीयत की नगर और ब्लाक कार्यकारिणी का गठन
- पांचवीं बार नगर जमीयत के अध्यक्ष बने हाजी यासीन
- 46 गांवों के जमीयत से जुड़े लोग बैठक में हुए शामिल
- पदाधिकारियों ने वक्फ संशोधन बिल पर मौलाना अरशद के बयान का किया समर्थन
देवबंद। जमीयत उलमा-ए-हिंद (मौलाना अरशद मदनी गुट) की बैठक में नगर एवं देहात क्षेत्र के लिए सर्वसम्मति से कार्यकारिणी का गठन किया गया। इस दौरान नवनियुक्त पदाधिकारियों और सदस्यों ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर जमीयत के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के रुख का एकसुर में समर्थन किया।
रविवार को मोहल्ला पठानपुरा स्थित मुगलो वाली मस्जिद में आयोजित बैठक की शुरुआत कारी उमर की तिलावत-ए-कलाम पाक और कारी जीशान द्वारा नात-ए-पाक और जमीयत का तराना गाकर हुई। इसमें नगर सहित आसपास के करीब 46 गांवों के जमीयत से जुड़े लोगों ने शिरकत की। चार चरणों में संपन्न हुई बैठक में सर्वसम्मति से दारुल उलूम के उस्ताद मुफ्ती कोकब आलम को देवबंद तहसील का अध्यक्ष, मुफ्ती खादिमुल इस्लाम को महासचिव, कारी गुलफाम को उपाध्यक्ष और हाफिज नदीम को सचिव नियुक्त किया गया। जबकि हाजी यासीन को पांचवी बार देवबंद शहर का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जबकि मौलाना अमजद मदनी और दारुल उलूम के उस्ताद कारी फौजान को उपाध्यक्ष, मुफ्ती अखलाक महासचिव, मो. आरिफ कोषाध्यक्ष, मौलाना मसूद को उप कोषाध्यक्ष, मौलाना मसूद कासमी को सचिव और कारी मजाहिर को ऑर्गोनाइजर नियु क्त किया गया।
इसी तरह नागल ब्लाक के मौलाना आस मोहम्मद को अध्यक्ष, कारी आरिफ उपाध्यक्ष, कारी तालिब महासचिव, ईसा प्रधान को कोषाध्यक्ष बनाया गया। देवबंद ब्लाक के लिए मौलाना बिलाल को अध्यक्ष, मौलाना आदिल का महासचिव, मौलाना इनामुल्ला कासमी, मौलाना इमरान को उपाध्यक्ष, हाजी जब्बार को कोषाध्यक्ष, हाजी नसीम को उप कोषाध्यक्ष, मो. गय्यूर को संरक्षक और कारी मोहतशिम को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
बैठक में नवनियुक्त अध्यक्ष मौलाना कोकब आलम ने नशे की बढ़ती हुई लत पर रोक लगाने के लिए जागरुकता फैलाने का आह्वान किया। साथ ही वक्फ संशोधन बिल पर मौलाना अरशद मदनी के बयान का समर्थन किया। कहा कि वक्फ संशोधन बिल किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।