‘यह बात भूल जाएं कि राहुल गांधी…’, CJI गवई के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया क्या बोले?

‘यह बात भूल जाएं कि राहुल गांधी…’, CJI गवई के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया क्या बोले?

भारत के चीफ जस्टिस (CJI) बी. आर. गवई ने हाल में ही मॉरीशस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भारतीय न्याय व्यवस्था बुलडोजर के शासन से नहीं, बल्कि कानून के शासन से संचालित होती है.

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस बयान का समर्थन करते हुए कहा कि भारत का लोकतंत्र मजबूत है और न्यायपालिका सरकार के सहयोग से पिछले 11 वर्षों में और मजबूत हुई है. इसके अलावा उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा.

गौरव भाटिया ने कही ये बात

गौरव भाटिया ने कहा, ‘भारत की न्यायपालिका पिछले 11 वर्षों में सरकार के सहयोग से दूरदर्शिता के साथ मजबूत हुई है. उन्होंने कहा कि भारत संविधान और कानून के तहत चलता है. मुख्य न्यायाधीश की आस्था संविधान में है और भारतीय नागरिकों की आस्था भी संविधान में है. यह भी सत्य है कि भारत एक ऐसा देश है जहां लोकतंत्र मजबूत है. उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान को खारिज किया, जिसमें कहा गया कि भारत का लोकतंत्र खत्म हो गया है, और कहा कि यह सत्य से परे है.

भाटिया ने आगे कहा कि भारत हमेशा संविधान और कानून के तहत चलेगा. सरकार की भी संविधान के प्रति प्रतिबद्धता है. न्यायिक प्रणाली और हमारे मुख्य न्यायाधीश का सम्मान भी है. उनकी आस्था संविधान में है और नागरिकों की आस्था भी संविधान में बनी हुई है.

बुलडोजर नहीं, संविधान से चलेगा भारत

CJI बी. आर. गवई ने इससे पहले  मॉरीशस में ‘रूल ऑफ लॉ मेमोरियल लेक्चर’ में कहा था कि बिना सुनवाई और कानूनी प्रक्रिया के किसी का घर बुलडोजर से गिराना कानून के नियमों के खिलाफ है. उन्होंने स्पष्ट किया, “भारत बुलडोजर के राज से नहीं, कानून के राज से चलता है.”

मुख्य न्यायाधीश ने महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी फैसला लेने से पहले यह सोचना चाहिए कि उसका असर समाज के सबसे गरीब और आखिरी व्यक्ति पर क्या होगा. डॉ. भीमराव अंबेडकर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि संविधान ने नियम और प्रक्रियाएं इस तरह बनाई हैं कि सत्ता का दुरुपयोग न हो और हर इंसान को न्याय मिले. CJI बी. आर. गवई ने कहा कि भारत का सुप्रीम कोर्ट हमेशा “कानून के राज” को मजबूत करता रहा है और उन्होंने इसके लिए कई ऐतिहासिक फैसलों का जिक्र भी किया.