वनविभाग के अधिकारियो ने कटवा दिये आम के हरे व फलदार वृक्ष

- सरसावा रोड पर काटे जो रहे आम के हरे वृक्ष
नकुड 23 सितंबर इंद्रेश। वनविभाग के अधिकारियो की मिलीभगत से क्षेत्र में आम के हरे व फलदार वृक्षों पर कुल्हाडा चल रहा है। बडी संख्या में पेड कटने से पर्यावरण बचाने व हरे पेड बचाने के लिये जिम्मेदार वन विभाग के अधिकारियो पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं ।
सरसावा रोड पर सडक के किनारे काटे गये आम के हरे व फलदार वृृक्षो का कटान वनविभाग के नकुड रेंज के अधिकारियों की मिली भगत का ख्ुाला प्रमाण है। नियमानुसार विभागीय अधिकारी बिमार व सूखे पेड काटने के लिये आम के पेड काटने की अनुमति दे सकते है। राजीव कुमार जैन के प्रार्थना पत्र को आधार बनाकर 35 पेड काटने की अनुमति दी गयी। जिसपर गुरूवार को पंचास से अधिक पेड काट दिये गये।
गौरतलब है कि जो पेड काटे गये व पूरी तरह से हरे , स्वस्थ व फलदार थे। पंरतु अधिकारियों ने आंख बंद करके दर्जनो पेड कटवा दिये। इसके अलावा सरसावा रोड पर ही देा दिन पूर्व आम का हराभरा बाग काट दिया गया था। आरोप है कि वनविभाग के स्थानीय अधिकारी अवैध धन की उगाही करके आम के प्रतिबंधित पेड कटवा रहे है। पर्यावरण की रक्षा के लिये वृक्षरोपण का नाटक करने वाले अधिकारी स्वंय ही पर्यावरण के भक्षक बन गये है।
भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के गुययुर आलम , भाकियु के देवी सिंह ने क्षेत्र मे अवैध रूप से हरे पेड कटवारहे वन विभाग के अधिकारियो के खिलाफ जांच कराने व उनके खिलाफ कडी कार्रवाई कराने की मांग की है।