अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे विदेश सचिव विक्रम मिसरी, भारत-अमेरिका संबंधों को मिलेगा नया आयाम

नई दिल्ली – भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी 27 से 29 मई तक अमेरिका की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी कि यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फरवरी में हुई अमेरिका यात्रा की अगली कड़ी है, और इसका उद्देश्य भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना है।
महत्वपूर्ण बैठकें और रणनीतिक एजेंडा
विदेश मंत्रालय के अनुसार, विक्रम मिसरी वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेंगे। इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के प्रमुख क्षेत्रों — रक्षा सहयोग, व्यापार, उन्नत प्रौद्योगिकी और वैश्विक रणनीतिक मुद्दों — पर चर्चा की जाएगी।
भारत-अमेरिका ‘काम्पैक्ट फॉर द 21st सेंचुरी’ को मिलेगा बढ़ावा
यह दौरा उस संदर्भ में भी अहम है, जब फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों देशों ने ‘21वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका कॉम्पैक्ट’ की शुरुआत की थी। इस पहल का उद्देश्य रक्षा साझेदारी को सशक्त बनाना, व्यापारिक अवसरों को गति देना और उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री की यात्रा का संदर्भ
जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा थी। वे नए प्रशासन द्वारा आमंत्रित किए गए पहले वैश्विक नेताओं में शामिल रहे। इस यात्रा के दौरान दोनों नेताओं के बीच व्यापक चर्चा हुई और भारत-अमेरिका संबंधों को नई दिशा देने की बात सामने आई।
संभावित साथ: उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पवन कपूर
सूत्रों के मुताबिक, विदेश सचिव के साथ उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पवन कपूर के भी अमेरिका जाने की संभावना है। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से हाल ही में यह दावा किया गया था कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की मध्यस्थता में भूमिका निभाई थी।