जनमंच सभागार में ग्रामीणजनों को शासकीय योजनाओं का त्वरित लाभ पहुॅचाने के उददेश्य हेतु जनपद के समस्त ग्राम प्रधानों की हुई कार्यशाला

जनमंच सभागार में ग्रामीणजनों को शासकीय योजनाओं का त्वरित लाभ पहुॅचाने के उददेश्य हेतु जनपद के समस्त ग्राम प्रधानों की हुई कार्यशाला

जिलाधिकारी ने सभी शासकीय योजनाओं का पात्रों को लाभ दिलाने एवं सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील

ग्राम प्रधान बिना किसी भेदभाव के करें विकास कार्य – जिलाधिकारी

सहारनपुर [24CN]। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में जनमंच सभागार में राज्य सरकार द्वारा संचालित विेभिन्न शासकीय योजनाओं को गति देने, योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं ग्रामीणजनों को शासकीय योजनाओं का त्वरित लाभ पहुॅचाने के उददेश्य हेतु जनपद के समस्त ग्राम प्रधानों की कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला का उद्घाटन मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। जनहित में सचंालित विभिन्न योजनाओं के बारे में े पीपीटी के माध्यम से सम्बन्धित विभागों द्वारा उपस्थित ग्राम प्रधानों को अवगत कराया गया।

कार्यशाला में किसान सम्मान निधि, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन, पंचायत सचिवालयों को विकसित करना, ऑपरेशन कायाकल्प, जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण, आयुष्मान कार्ड, संक्रामक रोगों से रोकथाम, निराश्रित गौवंशों का संरक्षण एवं गौशालाओं का संचालन, राजस्व विभाग एवं ग्राम्य विकास विभाग की योजनायें एवं जल जीवन मिशन ग्रामीण आादि बिन्दुओं पर चर्चा हुई।

डॉ0 दिनेश चन्द्र ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित विकास योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्र में गति देने एवं जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित कराने में ग्राम प्रधान की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सभी ग्राम प्रधान अपनी जिम्मेदारी समझते हुए बिना किसी भेदभाव के सभी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलाएं। ग्राम प्रधान के रूप में आप दलगत, जातिगत भावना से उपर उठकर समान स्वीकार्यता से विकास कार्य करें। जब गॉंव का विकास होगा, तब जनपद का विकास होगा। जनपद से प्रदेश फिर देश एक विकसित राष्ट्र बनेगा।
जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल-हर घर नल योजना पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि ये एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का लाभ समाज के प्रत्येक तबके को मिले इसके लिए ग्राम प्रधानों की सक्रिय सहभागिता जरूरी है।

जिलाधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत ठोस तरल अपशिष्ट प्रबन्धन में पूर्व में चयनित 53 ग्राम पंचायतों में कार्य पूर्ण करने एवं नये चयनित 543 राजस्व ग्रामों में कूडा कचरा प्रबन्धन के कार्याें में ग्राम प्रधान को नेतृत्व कारी भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने पंचायत सचिवालय से जन सरोकार से जुडी योजनाओं का लाभ प्रत्येक ग्रामवासी को दिलाने के लिये ग्राम प्रधानों को आगे आने के लिये प्ररित किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय जल शक्ति पुरस्कार प्राप्त ग्राम प्रधान चकवाली श्रीमती सविता देवी को शॉल उडाकर सम्मानित किया। जनता से जुडे जन कलाकार सूरजभान को भी सम्मानित किया।

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को शत-प्रतिशत कराने के निर्देश दिये। सभी ग्राम प्रधान अधिक से अधिक पात्र किसानों को इस योजना से लाभान्वित कराने के लिये कृषकों को योजना की जानकारी प्रदान करें। उन्होने कहा कि इस आयोजित वर्कशाप का परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाई देना चाहिए। पात्र लोगों की समस्याओं को “पी0एम0किसान लाभार्थी संतृप्तीकरण अभियान” के अन्तर्गत आयोजित किये जाने वाले शिविर के माध्यम से निस्तारित किया जा रहा है। साथ ही साथ ग्रामों में लग रही चौपालों में अधिक से अधिक कृषक बंधुओं की समस्याओं को निराकरण किया जाए।

आयुष्मान कार्ड की समीक्षा के दौरान उन्होने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों में तैनात सभी पंचायत सहायकों की आई0डी0 यथाशीघ्र बनाई जाए। आयुष्मान कार्ड के लिए निर्धारित पात्रताओं का सत्यापन शत-प्रतिशत हो तथा कोई भी पात्र इससे वंचित न रहने पाए।

उन्होने पर्यावरण सुरक्षा के दृष्टिगत सिंगल यूज प्लास्टिक के संदर्भ में कहा कि प्रथम चरण में जनमानस के व्यवहार को परिवर्तित करते हुए प्रेरित करें तथा स्वयं में इसका उपयोग न करने का संकल्प लें। 05 जून को आयोजित होने पर्यावरण दिवस पर सभी पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें। जनपद के सभी स्कूलों में वृक्षारोपण करें। सहजन, कटहल, बैर के अधिक से अधिक वृक्ष लगाएं।  ग्राम प्रधान गॉव की सभी समितियों के अध्यक्ष होते हैं। इसलिए आपकी जिम्मेदारी है कि योजनाओं को धरातल पर लाएं। 21 जून को मनाए जाने वाले योग दिवस पर सभी स्कूलों में शिविर लगाकर कीर्तिमान स्थापित किया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे गॉव सौहार्द और समरसता का प्रतीक रहे हैं। इस समरसता और भाईचारे को बनाए रखने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
निराश्रित गौवंशों के संरक्षण एवं गौशालाओं के संचालन पर चर्चा करते हुए कहा कि पौष्टिक चारे मिले इसके लिए अधिक से अधिक नेपियर घास का उत्पादन किया जाए। इसमें सभी ग्राम प्रधानों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। नैपियर घास का उत्पादन वर्षभर किया जा सकता है। सभी गॉवों में इसको लगाया जाए।

मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार ने उपस्थित ग्राम प्रधानों से कहा कि शासकीय योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों के मिले। जनता के लिए बनायी गयी जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ प्रत्येक पात्र को दिलाने में सहयोग करें।

कार्यशाला में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री रजनीश कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री संजीव मांगलिक, उपनिदेश कृषि श्री राकेश कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी श्री आलोक कुमार शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री राजीव कुमार सक्सेना सहित समस्त ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।