दिल्ली-NCR में कोहरे की चादर, चक्रवात के कारण इन राज्यों में होगी भारी बारिश
नई दिल्ली: दिल्ली-NCR में हल्के कोहरे ने वातावरण में दृश्यता को कम कर दिया है. यहां पर प्रदूषण की धुंध के साथ हल्का कोहरा भी छाने लगा है. इसकी वजह राजधानी के तापमान में हो रही गिरावट है. यहां पर न्यूनतम तापमान (Minimum temperature) 13 डिग्री सेल्सियस हो सकता है. वहीं अधिकतम तापमान (maximum temperature) 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. एक दिन पहले यानी शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती तूफान ने पूरा मौसम बदल दिया है.
चक्रवाती तूफान मिधिली (Midhili) इस समय बांग्लादेश तट के नजदीक पहुंच चुका है. यह आज तट को पार करने वाला है. इसका असर पूर्वोत्तर से लेकर अंडमान-निकोबार तक देखने को मिलेगा. यहां पर भारी बारिश (Heavy rainfall) और तेज हवाएं चलने की उम्मीद है.
कई राज्यों में गुलाबी ठंड पड़ने लगी है. दिल्ली-एनसीआर के साथ पूरे यूपी में हल्की ठंड महसूस हो रही है. हालांकि दिल्ली में सुबह-शाम मौसम में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं. यहां पर सुबह के वक्त धुंध की चादर दिखाई देती है. एक्यूआई (AQI) का स्तर भी गंभीर श्रेणी में बना हुआ है.
चक्रवाती तूफान ‘मिधिली’ का असर कई राज्यों में दिखाई देगा
आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान ‘मिधिली’ का असर कई राज्यों में दिखाई देगा. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मिजोरम और त्रिपुरा समेत कई जगहों पर भारी बारिश होने के आसार बने हुए हैं. चक्रवात का असर इन राज्यों में दिखाई दे रहा है. राज्यों की सूची में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे में अलग-अलग जगहों पर बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश होगी. ऐसा बताया जा रहा है कि चक्रवात के कारण 18 नवंबर को त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और दक्षिण असम में तेज हवा चलेगी. इसकी रफ्तार 30-40 किमी. प्रति घंटे होगी.
मछुआरों को इन इलाकों में न जाने की सलाह दी
आईएमडी के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों के नजदीक 50-60 किमी. प्रति घंटे से लेकर 70 किमी. प्रति घंटे तक तेज हवाएं चलने वाली है. उत्तर और उसके करीब मध्य बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ उत्तरी ओडिशा तट के ऊपर 40-45 किमी. प्रति घंटे से लेकर 55 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का पूर्वानुमान लगाया गया है. ऐसे में मछुआरों को इन इलाकों में न जाने की सलाह दी गई है.