पांच घंटे का चंद्रग्रहण डालेगा कई राशियों पर बड़ा असर, बिहार में टाइमिंग और सूतक जानिए
- इस वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण इसी महीने लगने जा रहा है। यह ग्रहण बिहार में भी दिखाई देगा इसलिए बिहार के लोगों पर इसका असर भी पड़ेगा। इस ग्रहण से जुड़ी कई खास बातें हैं।
पटना : इस वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण इसी महीने लगने जा रहा है। इस ग्रहण से जुड़ी कई खास बातें हैं। इसे सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण भी बताया जा रहा है। यह ग्रहण इस मायने में भी खास है कि इसके ठीक 15 दिन बाद सूर्यग्रहण भी लगने वाला है। यह ग्रहण कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ राशियों के लिए अशुभ फल देने वाला होगा। यहां आप ग्रहण की तारीख, सही समय, सूतक के साथ ही अलग-अलग राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव की भी जानकारी हासिल कर सकेंगे।
कार्तिक पूर्णिमा को लगेगा ये चंद्रग्रहण
वर्ष 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण कार्तिक पूर्णिमा यानी 19 नवंबर को लगने जा रहा है। यह आंशिक ग्रहण होगा और पटना सहित बिहार के विभिन्न हिस्सों में दृश्यमान होगा। ज्योतिष गणना के अनुसार चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लगने जा रहा है। इस दिन कृतिका नक्षत्र रहेगा। इसलिए इस ग्रहण को लेकर वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में जन्म लेने वालों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को कृतिका नक्षत्र का स्वामी कहा गया है। इन्हें सभी ग्रहों का अधिपति भी माना जाता है। इसलिए सूर्य से संबंधित राशि वाले लोगों को भी इस ग्रहण के दौरान विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
एक महीने तक रहेगा इस ग्रहण का प्रभाव
अलग-अलग राशियों पर इस ग्रहण का असर एक महीने तक रहेगा। वृषभ और सिंह राशि वालों को इसके प्रतिअधिक सावधान रहना चाहिए। ग्रहण का असर कम करने के लिए दान-पुण्य, ईश्वर की आराधना, माता-पिता की सेवा और गोसेवा करनी चाहिए। बुरे आचरण और बुरे लोगों से यथासंभव दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए।
पटना में आधे घंटे तक रहेगा ग्रहण का प्रभाव
इस ग्रहण का प्रभाव पटना में करीब आधे घंटे तक रहेगा। पटना में ग्रहण की शुरुआत शाम 05.03 बजे होगी, जो कि 05.33 बजे तक खत्म हो जाएगा। पटना में यह उपछाया ग्रहण के तौर पर प्रभाव डालेगा। हालांकि दिन का वक्त होने के कारण यह ग्रहण पटना में दिखाई नहीं देगा। भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण सुबह 11.34 बजे शुरू होगा और शाम को 05.33 बजे तक रहेगा। इस ग्रहण की अवधि लगभग छह घंटे की होगी। हालांकि ग्रहण के वक्त भारत में दिन का वक्त होगा, इसलिए अपने देश के ज्यादातर हिस्सों में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
उप छाया ग्रहण का नहीं लगता है सूतक
भारतीय ज्योतिष के मुताबिक उपछाया ग्रहण का सूतक नहीं लगता है। इसका मतलब है कि ग्रहण काल के दौरान आप अपने काम सामान्य दिनों की तरह ही कर सकते हैं। आपको बता दें कि दिसंबर महीने में पूर्ण सूर्यग्रहण भी लगने वाला है, लेकिन इसका असर भारत में नहीं होगा।