अलीगढ़ के एसजेडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से पांच कोरोना मरीजों की मौत

अलीगढ़: अलीगढ़ के एसजेडी अस्पताल में बुधवार की रात्रि पांच करोनो मरीजों ने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन न होने की वजह से मौत हुई हैं। जबकि अस्पताल प्रबंधन ने इससे इंकार करते हुए कहा कि पांच मरीज सीनियर सिटीजन की श्रेणी के थे। इन सभी के फेफड़े अधिक संक्रमित हो चुके थे, जिसकी वजह से इनकी मौत हुई है।
कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। बुधवार को धनीपुर स्थित एसजेडी कोविड अस्पताल में बड़ी घटना हो गई। अस्पताल के आईसीयू में भर्ती अलीगढ़ व एटा के पांच संक्रमित मरीजों ने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी लगते हुए प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। मृतकों के परिजनों ने आरोप है कि ऑक्सीजन न होने की वजह से ऐसा हुआ है, अगर समय रहते ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाती तो जान न जाती।
सूचना मिलते ही सीएमओ डॉ. बीपी कल्याणी व पुलिस-प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंच गए। अस्पताल संचालक डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं हुई है। अगर ऑक्सीजन की कमी होती तो आईसीयू में अन्य भी मरीज भर्ती हैं, उन पर भी इसका प्रभाव पड़ता। जिन मरीजों की मौत हुई है, उनके फेफड़े ज्यादा संक्रमित हो चुके थे। परिजनों को कई बार बोला गया था कि वह लेबल थ्री के अस्पताल में उपचार कराने के लिए ले जाएं, लेकिन परिजनों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। गंभीर परिस्थितियों में पांच मरीजों की मौत हो गई।
एसजेडी अस्पताल संचालक डॉ. संजीव शर्मा का कहना है कि पांच मरीज लेबल-थ्री की क्रिटिकल कंडीशन में थे। वेंटीलेटर सपोर्ट थे, परिजनों को कई बार कहा गया था कि इनको कहीं भी ले जाइए, लेकिन वह कहीं नहीं ले जा रहे थे। आज उन मरीजों की मौत हो गई तो परिजन तमाम आरोप लगा रहे हैं। अगर ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई है तो पोस्टमार्टम करवा लें, स्पष्ट हो जाएगा।
एसजेडी अस्पताल द्वारा करीब सवा नौ बजे ऑक्सीजन की मांग की गई थी। जिसके बाद सवा दस बजे अस्पताल को 40 सिलेंडर की आपूर्ति करवा दी गई। अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।
-विनीत कुमार सिंह, नोडल अधिकारी ऑक्सीजन व सिटी मजिस्ट्रेट।एसजेडी अस्पताल में पांच मरीजों की मौत की सूचना मिली है। पांचों मरीज गंभीर स्थिति में वेंटीलेटर पर भर्ती थे। अस्पताल प्रबंधन ने भी बताया है कि परिजनों को कई बार लेबल-थ्री के अस्पताल में ले जाने के लिए बोला गया था।
-डॉ. भरत वार्ष्णेय, सचिव, आईएमए।