नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने शांति भंग करने और लोगों को भड़काने वाले संदेश पोस्ट करने के आरोप में एआईएमआईएम प्रमुख (AIMIM chief) असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की हैं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि सोशल मीडिया पर जारी बयानों का अध्ययन करने के बाद उक्त प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई पर असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है।
समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज की गई FIR को लेकर ट्वीट कर कहा- मुझे प्राथमिकी का एक अंश मिला है। यह पहली प्राथमिकी है जो मैंने देखी है। इसमें यह स्पष्ट नहीं है कि मेरा अपराध क्या है… इस कार्रवाई से हम भयभीत नहीं होंगे। अभद्र भाषा की आलोचना करने और अभद्र भाषा बोलने की तुलना नहीं की जा सकती है।
मालूम हो कि दिल्ली पुलिस की ओर से भाजपा के पूर्व प्रवक्ताओं नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के साथ ही विवादित संत यती नरसिंहानंद और अन्य के खिलाफ भी प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। इन सभी पर आरोप हैं कि इन्होंने सोशल मीडिया पर शांति भंग करने और लोगों को भड़काने वाले संदेश कथित तौर पर पोस्ट और साझा किए। ये मामले भारतीय दंड संहिता की धारा-153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 295 (प्रार्थना स्थलों का अपमान करना) और 505 (विवादित बयान देना) के तहत दर्ज किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने ट्वीट कर कहा कि हमने शांति भंग करने और लोगों को उकसाने की कोशिश करने के खिलाफ विभिन्न धाराओं में दो प्राथमिकियां दर्ज की हैं। एक प्राथमिकी नुपुर शर्मा के खिलाफ दर्ज की गई है जबकि दूसरी सोशल मीडिया संस्थाओं के खिलाफ दर्ज की गई है। यही नहीं विस्तृत जानकारियां हासिल करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को भी नोटिस भेजे जाएंगे।