5 महीने में तीसरी बार क्रैश हुआ फाइटर जेट, राजस्थान में दो पायलट्स की मौत, क्रैश होने के बाद क्या होता है? जानें

राजस्थान के चुरू जिले के भानुदा गांव के पास बुधवार को एक जगुआर लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक पायलट समेत दो लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि पिछले पांच महीनों में यह तीसरी ऐसी घटना है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान का मलबा एक खेत में पायलट के शव के साथ मिला है। शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त अवस्था में बरामद किया गया। दुर्घटना में मारे गए पायलट और एक अन्य व्यक्ति की पहचान की अभी सेना और स्थानीय प्रशासन द्वारा आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
भारतीय वायुसेना ने दी ये जानकारी
भारतीय वायुसेना ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक यह दुर्घटना उस समय हुई जब लड़ाकू विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था। इस दुर्घटना में दोनों पायलटों को गंभीर चोटें आईं। किसी भी नागरिक संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। वायुसेना इस दुखद घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करती है और इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित की गई है।
इस साल कब कब हुआ जगुआर क्रैश
जगुआर फाइटर प्लेन्स अब तक कुल 50 बड़े और छोटे हादसों का शिकार हो चुका है। 2012 से अब तक 6 बड़े हादसे हुए हैं। अगर 2025 की बात करें तो इस साल पांच महीने में तीसरी बार जगुआर प्लेन क्रैश हुआ है। आज राजस्थान के चूरू में क्रैश हुआ है, इससे पहले 3 अप्रैल 2025 को गुजरात के जामनगर में जगुआर प्लेन क्रैश हुआ और उससे पहले 7 मार्च 2025 को हरियाणा के पंचकूला में भी जगुआर प्लेन हादसे का शिकार हुआ था।
हादसे के बाद कैसा था मंजर
राजस्थान में वायुसेना के कई अड्डे हैं, जिनमें जोधपुर और बीकानेर में प्रमुख प्रतिष्ठान हैं। घटना के तुरंत बाद इलाके में दहशत फैल गई। ग्रामीणों ने बताया कि आसमान से तेज़ आवाज़ सुनाई दी, जिसके बाद खेतों से आग और धुआं उठता दिखाई दिया। स्थानीय निवासियों ने यह भी बताया कि दुर्घटना के कारण आस-पास के खेतों में आग लग गई, जिसे उन्होंने खुद बुझाने की कोशिश की।
पुलिस अधिकारी ने कही ये बात
जिला कलेक्टर अभिषेक सुराना और पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचे। सेना का एक बचाव दल भी घटनास्थल पर पहुंच गया है। दुर्घटना के सही कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। सेना अपनी प्रारंभिक जांच पूरी करने के बाद आधिकारिक बयान जारी करेगी। स्थानीय पुलिस अधिकारी राजलदेसर कमलेश ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि विमान दोपहर करीब 1.25 बजे भनोदा गांव के एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। उन्होंने बताया कि दुर्घटनास्थल के पास मानव शरीर के अंग मिले हैं।
प्लेन क्रैश होने के बाद क्या होता है
- बता दें कि किसी भी प्लेन क्रैश के बाद सबसे पहले इमरजेंसी सर्विस को एक्टिव कर दिया जाता है।
- उस एरिया को पुलिस सील कर देती है और किसी को भी उस जगह पर जाने की इजाजत नहीं होती है। कोई भी घटनास्थल तक नहीं जा सकता है।
- इसके बाद एजेंसियां विमान हादसे की जांच करती हैं और मलबे का निरीक्षण करती हैं।
- इसके बाद फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर जैसे उपकरणों की खोज की जाती है, जिससे कि यह पता लगाने की कोशिश की जा सके कि विमान क्यों क्रैश हुआ था।
क्रैश हुए विमान के मलबे का क्या होता है ?
- विमान हादसे के बाद उसका मलबा दूर तक जाकर गिरता है।
- अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में प्लेन क्रैश होकर बिल्डिंग पर जा गिरा था और उसका आधा हिस्सा बिल्डिंग पर था और बाकी का हिस्सा जमीन पर गिरा था।
- मलबे में से ब्लैकबॉक्स खोजने की कोशिश की जाती है।
- सबसे पहले तो मलबे का इस्तेमाल जांच में किया जाता है, लेकिन उसके बाद उसे ऐसे ही नहीं छोड़ दिया जाता है।
- जो भी एजेंसियां उस विमान दुर्घटना की जांच करती हैं, वे मलबे में जो पुर्जे काम के होते हैं, उनको खोलकर अलग कर लेती हैं।
- इसके बाद लैब में उनकी जांच की जाती है, जिससे कि यह देखा जा सके कि वे दोबारा इस्तेमाल में लाए जा सकते हैं या नहीं।
- जो भी काम का मलबा नहीं होता है, उसको नीलाम कर दिया जाता है।