बुखार ने नकुड में मचाया कहर, एक की मौत, सैंकडो बीमार

बुखार ने नकुड में मचाया कहर, एक की मौत, सैंकडो बीमार

नकुड। बुखार ने नकुड क्षेत्र में कहर मचा दिया है। नगर मे ही बुखार से एक शख्स की मौत हो गयी है। जबकि सैंकडो की संख्या मे बुखार से पिडित सरकारी गैर सरकारी अस्पतालो मे इलाज करवा रहे है।

गुरूवार को नगर के मौहल्ला चौधरियान निवासी 40 वर्षीय राजकुमार पाल की मौत हो गयी। परिजनो के मुताबिक राजकुमार को कुछ दिन पूर्व बुखार आया था। उसका हायर सेंटर मे इलाज चल रहा था। दो दिन पूर्व उसे अचानक हार्ट की समस्या हुई जिसके बाद उसे सहारनपुर मे एक निजि चिकित्सक को दिखाया गया, परंतु उसे बचाया नहीं जा सका। हालत यह है कि सीएचसी मे ही प्रतिदिन बुखार से सैंकडो लोग पँहुच रहे है।

प्राईवेट लैब संचालको की कट रही है चांदी
इसके अलावा प्राईवेट चिकित्सको के यंहा भी बुखार के मरीजो की भीड लगी हुई है। चिकित्सको का कहना है कि बुखार से पिडित मरीजो मे चिकनगुनिया के लक्षण मिल रहे हैं। पंरतु तहसील मुख्यालय पर चिकनगुनिया के टेस्ट की कोई व्यवस्था न तो सीएचसी में है ओर न ही प्राईवेट लेब मे। पंरतु इसके बावजूद चिकित्सक मरीजो को टेस्ट के लिये प्राईवेट लेब मे भेज रहे है। प्राईवेट लैब संचालक चांदी काट रहे हैं। उनकी मनमानी पर कोई रोक नंही है।

चिकनगुनिया के टेस्ट की नकुड मे कोई व्यवस्था नहीं
मजे की बात यह है कि प्राईवेट लैब संचालक मरीजो को चिकनगुनिया के लक्षणो के बावजूद टायफाईड व वाइरल बुखार की रिपोर्ट दे रहे है। सवाल यह भी है कि निजि लैब वालो के पास वाईरल बुखार के टेस्ट की क्या व्यवस्था है? जब मरीजो मे चिकनगुनिया के लक्षण दिखायी दे रहे है तो फिर टेस्ट की सुविधा न होने के बावजूद प्राईवेट चिकित्सक प्राईवेट लैब में मरीजो के टेस्ट के लिये क्यों भेज रहे है?

आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि सीएचसी में भी मरीजो के सेंपल कलेक्शन के लिये प्राईवेट लेब संचालक जा रहे है। जबकि सीएचसी में अपनी लैब है। ये आरोप सीएचसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे है। उधर देहात मे भी बडी संख्या मे लोग बुखार से पिडित है। हालत यह है कि कोई परिवार बुखार के दंश से बचा नंही है। गांव मे फोगिंग की न होने के आरोप भी लगाये जा रहे है। इसके अलावा ऐंटी लारवा दवा का छिडकाव न होने से भी बिमारी महामारी का रूप ले रही है।