बकाया गन्ना मूल्य व ब्याज के भुगतान की मांग को लेकर गन्ना भवन पर गरजे किसान

- सहारनपुर में गन्ना भवन पर प्रदर्शन करते पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता।
सहारनपुर [24CN]। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बकाया गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज सहित कराने व गन्ने का समर्थन मूल्य 600 रूपए प्रति कुंतल किए जाने की मांग को लेकर गन्ना भवन पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा गन्ना किसानों की विभिन्न समस्याओं के सम्बंध में गन्ना उपायुक्त डा. दिनेश्वर मिश्रा व जिला गन्ना अधिकारी के. एम. एम. त्रिपाठी को सौंपकर उनका समाधान कराने की मांग की।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता तलहेड़ी बुजुर्ग में राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा के नेतृत्व में एकत्र हुए तथा बाइक रैली के रूप में नागल, लाखनौर, टपरी, पेपर मिल रोड, विश्वकर्मा चौक से होते हुए गन्ना भवन पहुंचे जहां उन्होंने किसानों की समस्याओं के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि सहारनपुर जिले की चार चीनी मिलों पर विगत गन्ना सत्र का 240 करोड़ रूपए भुगतान बकाया है। जबकि सहारनपुर मंडल की चीनी मिलों पर 550 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान बकाया है। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों में देरी से किए गए गन्ना मूल्य भुगतान पर लगा ब्याज सहारनपुर मंडल की 17 चीनी मिलों पर 1500 करोड़ रूपए से भी अधिक बकाया है। शुगर कंट्रोल आर्डर 1966 के अनुसार जो चीनी मिलें 14 दिन के अंदर गन्ना किसानों को भुगतान नहीं करती, उन्हें 15 प्रतिशत वार्षिक दर से गन्ना किसानों को ब्याज देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों को 14 दिन के अंदर तो क्या 14 महीने के अंदर भी चीनी मिलों से भुगतान नहीं हो रहा है जिसके लिए भाजपा की योगी सरकार सीधे जिम्मेदार है। उन्होंने चीनी मिलों के कांटों में भारी घटतौली का आरोप लगाते हुए कहा कि चीनी मिलों में तत्काल घटतौली को रोककर किसानों के गन्ना मूल्य व ब्याज का भुगतान कराया जाए तथा किसानों को खाद के रूप में डालने के लिए मैली नि:शुल्क दिलाई जाए।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी व प्रदेश महासचिव आसिम मलिक ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि चीनी मिलों से पिछले वर्ष व इस वर्ष का गन्ना मूल्य भुगतान नहीं कराया गया और विगत वर्षों में देरी से किए गए गन्ना मूल्य भुगतान पर लगा ब्याज नहीं दिलाया गया तो किसान आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का बहिष्कार करेंगे।
प्रदर्शनकारियों में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र चौधरी, जिलाध्यक्ष सुशील धारकी, प्रदेशाध्यक्ष स. अरविंदर सिंह लाम्बा, वीरेंद्र सिंह, बिल्लू चौधरी, लहरी सिंह, वीरपाल सिंह, वीरेंद्र सिंह, जोगेंद्र सिंह, चौ. कालूराम, मो. फैज, मो. राशिद, मो. इकराम, मांगेराम सैनी, बालेश कश्यप, विकास आर्य, सुमित वर्मा, नीरपाल सिंह, कृष्णपाल, ऋषिपाल, महबूब हसन, बुद्धू हसन, हाजी साजिद, हाजी सुलेमान, मो. अहतेशाम, सुभाष त्यागी, सुधीर चौधरी आदि सहित भारी संख्या में किसान शामिल रहे।