Farmers protest LIVE Updates: आज भी किसानों का प्रदर्शन, अगले आदेश तक नहीं उपलब्ध होगी दिल्ली मेट्रो

Farmers protest LIVE Updates: आज भी किसानों का प्रदर्शन, अगले आदेश तक नहीं उपलब्ध होगी दिल्ली मेट्रो

नई दिल्ली । हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से किसानों के ‘दिल्ली कूच’ की सूचना के बाद शुक्रवार सुबह से ही बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। सोनीपत स्थित सिंधु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बल तैनात है।  वहीं, दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन के चलते शुक्रवार सुबह से दिल्ली से एनसीआर के शहरों के बीच मेट्रो सेवा प्रभावित है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम  के अधिकारियों के मुताबिक,  शुक्रवार को दिल्ली से नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद-बल्लभगढ़, गुरुग्राम व बहादुरगढ़ जाने के लिए मेट्रो उपलब्ध नहीं है, लेकिन एनसीआर के शहरों से दिल्ली जाने के लिए अगले आदेश तक मेट्रो उपलब्ध नहीं है। डीएमआरसी का कहना है कि किसान आंदोलन के कारण पुलिस के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है।

दिल्ली में कई जगहों पर पुलिस बल तैनात

वहीं, जंतर-मंतर पर दिल्ली पुलिस और आरपीएफ के जवान तैनात हैं। यहां वाटर कैनन वैन भी खड़ी की गई है। बृहस्पतिवार को दिल्ली के विभिन्न इलाकों से यहां पहुंचे 70 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ा गया। दिन के करीब साढ़े 11 बजे 20 किसान प्रदर्शन करने पहुंचे, जिन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाए और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। नारेबाजी करते किसानों को पुलिसकर्मियों ने कहा कि उन्हें कोविड-19 की वजह से प्रदर्शन की अनुमति नहीं है, लेकिन वे नहीं माने तो उन्हें हिरासत में लिया गया। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच कुछ देर के लिए नोकझोंक भी हुई। दोपहर बाद कुछ नौजवान भी जंतर-मंतर पर पहुंचे, जिन्हें हिरासत में लेकर छोड़ दिया गया।

नई दिल्ली के डीसीपी ईश सिंघल ने कहा कि किसानों व अन्य किसी भी संगठन को धरना- प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। अगर किसी ने इसका उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ कानून कार्रवाई की जाएगी। उधर, मजनूं का टीला गुरुद्वारा के ठीक सामने कुछ किसानों ने सड़क पर बैठकर यातायात रोकने की कोशिश की, लेकिन समय रहते पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

सभी मार्गों पर थी पैनी नजर

दिल्ली पुलिस ने सभी प्रमुख मार्गों पर बैरिकेड लगा रखी थी। आने जाने वाले लोगों की चेकिंग हो रही थी। साथ ही संदिग्ध दिखने वाले लोगों से पहचान पत्र देखने के बाद पूछा गया कि वह क्यों आए हैं। पूछताछ पूरी होने के बाद ही उन्हें जाने दिया।

केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली का घेराव करने की किसानों की जिद ने लोगों को हलकान कर दिया है। पंजाब, हरियाणा, उप्र, मध्य प्रदेश व अन्य राज्यों से दिल्ली की तरफ बढ़ रहे किसानों को रोकने में राज्य सरकारों की सांसें फूल गईं। दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी प्रमुख मार्गो पर सघन जांच के कारण दिनभर लोग जाम से जूझते रहे। कई लोगों की फ्लाइट छूट गई। एनसीआर को जोड़ने वाले कई रूटों पर मेट्रो को बंद या सीमित करना पड़ा। शुक्रवार को भी यही व्यवस्था रहेगी। गुरुग्राम, सोनीपत, फरीदाबाद, गाजियाबाद जिले में कई जगह भीषण जमा लगा रहा। किसानों ने 26 और 27 नवंबर को दिल्ली का घेराव करने का एलान किया था।

योगेंद्र यादव को हिरासत में ले लिया

दिल्ली पुलिस ने कापसहेड़ा, सिंघु, टीकरी, ढांसा, फरीदाबाद, गुरुग्राम बॉर्डर पर त्रिस्तरीय सुरक्षा का इंतजाम किया था। डीएनडी, आनंद विहार, नोएडा-मयूर विहार, सीमापुरी, गाजीपुर व लोनी सहित अन्य सीमा पर भी सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था। फरीदाबाद, गुरुग्राम और सोनीपत में हाईवे पर लगे पुलिस नाकों पर जाम लगा रहा। इस बीच गुरुग्राम पुलिस ने राठीवास गांव के पास स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव को हिरासत में ले लिया। जंतर-मंतर पहुंचे कुछ किसानों, नेताओं को भी हिरासत में लिया गया।गाजियाबाद में मोहन नगर चौराहे पर किसानों को रोका गया।

बंद रहे मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश द्वार

एनसीआर के मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश द्वार बंद रहे। निकास द्वार खुले थे, ताकि दिल्ली से जाने वाले लोग उतर सकें। शाम पांच बजे के बाद स्थिति सामान्य हुई। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने शुक्रवार को भी एनसीआर के मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश बंद रखने का फैसला किया है।