यमुनानगर। एक बार फिर पुलिस प्रशासन और किसान नेता आमने सामने हो गए। जगाधरी के रामलीला भवन में भाजपा की बैठक का किसान विरोध कर रहे हैं। मौके पर पुलिस बल भी तैनात है। किसानों को बैरिकेड्स लगाकर रोका गया है। ट्रैक्टर से बैरिकेड्स को तोड़ते हुए किसान आगे बढ़ गए हैं। वहीं किसानों से बात करने के लिए एसपी भी पहुंच गए हैं और बातचीत कर रहे हैं। वहीं किसान के विरोध के बावजूद भाजपा की बैठक शुरू हो गई है।
जगाधरी के रामलीला भवन में भाजपा कार्यकारिणी की बैठक जबरदस्त हंगामे के बीच हुई। विरोध में किसान बैरिकेड्स तोड़ते हुए बैठक स्थल की ओर बढ़े। एक बेरिकेड किसानों ने हटा दिया जबकि दूसरा टैक्टर से हटाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस व किसानों के बीच झड़प भी हुई। गुप्तचर विभाग के इंस्पेक्टर सुरेंद्र राणा व एक किसान को हल्की चोटें आई। एक किसान बेहोश भी हुआ।
रोकने को डीएसपी चढ़ गईं ट्रैक्टर पर
बैरिकेड्स तोड़ने के लिए टैक्टर लेकर आए भाकियू के डायरेक्टर मनदीप रोड़छप्पर को पुलिस ने सख्ती से रोकने का प्रयास किया लेकिन नहीं माने। बाद में डीएसपी सुरेंद्र कौर स्वयं ट्रैक्टर पर चढ़ गई। उनके साथ भी धक्का मुक्की हुई। चालक को ट्रैक्टर से नीचे उतारा। किसानों ने दमकल विभाग की गाड़ी व वाटर कैनन को भी रास्ते से हटाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस कर्मचारी भावना गाड़ी व ट्रैक्टर के बीच में गिर गई। उनको भी चोट आई। इस किसानों को हटाने के लिए पुलिस को हल्के बल का भी प्रयोग करना पड़ा।
नेशनल हाइवे के बीचोंबीच बैठ गए
पुलिस की सख्ती और भाकियू के प्रदेश संगठन सचिव हरपाल सुढल के समझाने पर प्रदर्शनकारी किसान बैठक स्थल से पीछे हटे और जगाधरी छछरौली नेशनल हाइवे के बीचोबीच बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। विरोध कर रहे भाकियू (गुणीप्रकाश गुट) के जिलाध्यक्ष सुभाष गुर्जर, एडवोकेट साहब सिंह गुर्जर व संयुक्त मोर्चा की महिला विंग की प्रधान रूपिंद्र कौर सहित 35 किसानों को जबरदस्ती हिरासत में लेना पड़ा। हालांकि एसपी कमलदीप ने प्रदर्शनकारी किसानों को नेशनल हाइवे से उठने का अाग्रह किया, लेकिन किसान नहीं मानें। बाद में पुलिस कर्मियों ने जबदरस्ती सड़क एक-एक किसान को उठाया और हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए किसानों को छोड़े जाने के बाद किसान नेशनल हाइवे से उठे।
दरअसल, शनिवार को जगाधरी के रामलीला भवन में भाजपा कार्यकारिणी की बैठक हुई। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान बैठक के विरोध में उतर आए। जिसके चलते पुलिस ने बैठक स्थल तक तीन जगह बेरिकेटिंग कर दी ताकि किसान बैठक स्थल तक नहीं पहुंच सकें। भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा। लेकिन भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में बतौर मुख्यातिथि परिवहन, खान एवं भू विज्ञानमंत्री मूल चंद शर्मा व शिक्षामंत्री कंवरपाल सहित अन्य बड़े नेता पीछे के रास्ते से रामलीला भवन में आयोजित बैठक में पहुंच गए। इस दौरान भी बूड़िया चौक पर भी किसानों ने उनका काफिला रोकने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए।
कुरुक्षेत्र में भी किया था विरोध
शुक्रवार को कुरुक्षेत्र में कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई थी। इस दौरान राज्य मंत्री कमलेश ढांडा पहुंची थीं। किसान भी वहां पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने विरोध जताते हुए रोड जाम कर दिया था।
शिक्षा मंत्री ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा में सभी कार्यकर्ताओं का मान सम्मान है। किसान बेवजह विरोध कर रहे हैं। सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है लेकिन इस तरह से किसी का प्रोग्राम रोकना गलत बात है। वह किसानों से इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं। किसान जानबूझकर भाजपा के प्रोग्राम का विरोध कर रहे हैं। यह एक राजनीतिक षड्यंत्र है। विरोध करने वाले किसानों के हितेषी नहीं है यह किसी ना किसी राष्ट्र संगठन से जुड़े हुए हैं। इसके बाद शिक्षामंत्री चले गए।
अभी भी विरोध जारी है। कुछ किसानों को हिरासत में लिया गया है। एसपी कमलदीप ने भी किसानों को समझाया लेकिन नहीं माने। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर रतनपुर भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष संजू नेतृत्व कर रहे हैं।