किसानों ने विभिन्न मार्गों पर जाम लगाकर कृषि कानूनों के खिलाफ जताया रोष

किसानों ने विभिन्न मार्गों पर जाम लगाकर कृषि कानूनों के खिलाफ जताया रोष
  • सहारनपुर के नागल भारत बंद के दौरान प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपते किसान।

सहारनपुर [24CN]। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न किसान संगठनों से जुड़े किसानों ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर आहूत भारत बंद के दौरान जनपद में अनेक स्थानों पर हाइवे पर जाम लगाकर अपना रोष व्यक्त किया तथा केंद्र सरकार से किसान हित में तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग की। गौरतलब है कि भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक समेत विभिन्न किसान संगठनों द्वारा बनाए गए किसान संयुक्त मोर्चा द्वारा तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आज भारत बंद की घोषणा की गई थी। भारत बंद का एक ओर जहां बाजारों में कोई असर दिखाई नहीं दिया। वहीं भाकियू अराजनीतिक, भाकियू बेदी, भाकियू तोमर, पश्चिमी प्रदेश मुक्ति मोर्चा, भारतीय किसान मजदूर संगठन समेत अनेक किसान संगठनों द्वारा जनपद के विभिन्न मार्गों पर जाम लगाकर आक्रोश व्यक्त किया।

प्रदर्शनकारी किसानों का कहना था कि केंद्र की भाजपा सरकार लगातार किसानों की अनदेखी कर रही है। भाजपा की मोदी सरकार में एक जोर जहां कृषि में प्रयोग होने वाले खाद, बीज व कीटनाशक दवाओं के दामों में अंधाधुंध वृद्धि की जा रही है। वहीं बिजली के दामों में भी बढ़ोत्तरी कर किसानों की कमर तोडऩे का काम किया गया है। उनका कहना था कि तीनों कृषि कानून लागू होने से किसान बर्बाद हो जाएगा। इसलिए केंद्र सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर इन तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए।

देवबंद में किसानों ने पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा, छुटमलपुर में भाकियू जिलाध्यक्ष चौ. चरणसिंह, रामपुर मनिहारान में भाकियू मंडल महामंत्री चौ. जगपाल सिंह, शाहजहांपुर में भाकियू जिला महासचिव चौ. अशोक कुमार के नेतृत्व में जाम लगाकर रोष व्यक्त किया। जाम के दौरान लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जबकि प्रमुख मार्गों पर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जाम के चलते लोगों ने अपने गंतव्य को जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों का सहारा लिया। अनेक लोग वैकल्पिक मार्गों की जानकारी के अभाव में इधर-उधर भटकते नजर आए।