बिजली विभाग द्वारा टयूबवैल का कनेक्शन काटने से आहत किसान ने की आत्महत्या

- मृतक किसान की पत्नी ने किसानो के साथ एसडीएम से मिलकर की शिकायत
नकुड 16 अप्रैल इंद्रेश। कोतवाली क्षेत्र के सिरसका गांव में एक गरीब किसान ने खेत के टयुबवैल का बिजली का कनेक्शन कटने से आहत होकर आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश मे आया है। मृतक किसान की विधवा ने उपजिलाधिकारी से मिलकर उन्हे घटना की जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगायी है। साथ ही कनेक्शन काटने वाले अधिकारियो के खिलाफ कडी कार्रवाई कराने की मांग की है।
घटना विगत 29 मार्च की बतायी जा रही है। सिरसका निवासी योगेंद्र पुत्र राजपालसिंह ने 29 मार्च की रात मे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। ग्रामीणो ने उसका उसी दिन अंतिम संस्ंकार कर दिया। योगेंद्र के पास मात्र सात बीघा कृषि भूमि थी। योगेंद्र की पत्नी मंतलेश का आरोप है कि बिजली विभाग के सहायक अभियंता ने बकाया बिल के चलते डेढ माह पूर्व उनके खेत का कनेक्शन कटवा दिया था।
जिससे उनके खेत मे गेंहु की फसल सूख गयी थी। जिससे योगेंद्र बूरी तरह टूट गया था। मंतलेश का कहना है कि उसका पति बार बार यही कहता था कि फसल सूखने के बाद अब वे कैसे लोगो की उधारी चुकायेगे। वह निराश था । निराशा मे ही उसने आत्मघाती कदम उठाया था। योगेंद्र एक दस माह का बेटा व देा बेटी अपने पीछे छोड गया है।

बुद्धवार को मृतक किसान योगेंद्र की पत्नी मंतलेश भाकियु के सुशील कुमार, रकमसिंह, पिंटु, चौ. बिजेंद्र, चौ. कंवरपाल व योगेंद्र के चचेरे भाई अभिषेक के साथ एसडीएम संगीता राघव से मिले। उन्होंने एसडीएम को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। कहा कि योगेंद्र का परिवार बेहद गरीब है। प्रशासन को उसकी मदद करनी चाहिए। साथ ही उसके खेत का कनेक्शन काटने वाले अधिकारियेां के खिलाफ कडी कार्रवाई की जानी चाहिए। एसडीएम संगीता राघव ने किसानो व योगेंद्र की पत्नी मंतलेश की शिकायत पर कोतवाल अविनाश गोतम व बिजली विभाग के अधिशसी अभियंता को मामले की जांच कर रिर्पोट देने के निदेश दिये है।
उधर ग्राम प्रधान पति जसमेर सिंह बौध ने बताया कि योगेंद्र का परिवार गरीब है। उसके पास मात्र सात बीघा जमीन है। कनेक्शन कटने से उसकी फसल खराब हो गयी। उन्होने बिजली विभाग के अंबेहेटा के एसडीओ पर किसानो का उत्पीडन करने का आरोप लगाया। कहा कि उसकी मनमानी ने एक गरीब किसान की जान ले ली। जसमेर सिंह ने बताया कि हांलाकि विधायक मुकेश चौधरी के हस्तक्षेप के बाद 14 अप्रैल को योगेंद्र के टयुबवैल का कनेक्शन जोड दिया गया हैं पंरतु अब योगेंद्र का जीवन वापस नही आ सकता। ऐसे अधिकारी के खिलाफ कडी कार्रवाई होनी ही चाहिए।