शामली अग्निकांड: तीन महिलाओं के शव चौपाल पर रखकर परिजनों ने किया धरना प्रदर्शन
शुक्रवार को शामली के कांधला में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट और आग लगने की घटना में मारे गए पांच में से तीन महिलाओं के परिजनों ने कांधला कस्बे की चौपाल पर तीनों का शव रखकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
परिजनों और मोहल्ले वासियों की मांग है कि फैक्ट्री संचालकों की लापरवाही से यह हादसा हुआ है उनकी तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए पीड़ित परिवारों की आर्थिक हालत बहुत कमजोर है उन सभी के परिजनों के लिए सरकार को आर्थिक मुआवजा देना चाहिए।
कांधला में शुक्रवार शाम पटाखा फैक्टरी में विस्फोट के बाद लगी आग में पांच लोगों की मौत हो गई थी। पटाखा फैक्टरी के पास में ही पूर्व सभासद विनोद का वाहन धुलाई सेंटर है। वहां बैठे रामकुमार ने बताया कि फैक्टरी में अचानक तेज धमाका हुआ। उससे पूरा इलाका दहल गया। धुलाई सेंटर का टीन शेड टूट गया और दीवार भी हिल गई। पटाखा फैक्टरी से धुआं निकलने लगा।
फैक्टरी में हादसे के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड के पहुंचने के बाद भी पटाखों में धमाके होते रहे। दरअसल फैक्टरी में लगी आग वहां रखे पटाखों के स्टॉक तक पहुंचने के बाद आग और भड़क गई। तेज धमाके होते रहे। करीब एक घंटे तक धमाके होते रहे।
दमकल गाड़ियों को मौके पर पहुंचने में तकरीबन पौन घंटा लगा, तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी और धमाके के साथ पटाखे फटते रहे। तीनों गाड़ियों की मदद से करीब तीन घंटे में आग बुझ सकी। अगर आग बुझाने के संसाधन पर्याप्त होते तो जल्द काबू पाया जा सकता था।