72 घंटे तक हर किसी ने मनाया… सचिन पायलट की छुट्टी करते हुए कांग्रेस ने गिनाया एक-एक ‘अहसान’

- कांग्रेस ने सचिन पायलट को डेप्युटी सीएम पद से हटाया
- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद भी छिना, गोविंद सिंह नए अध्यध
- रणदीप सुरजेवाला ने कहा, भाजपा के जाल में फंस गए पायलट
- पायलट पर किए ‘अहसान’ गिनाए, सुरजेवाला ने साधा निशाना
- कांग्रेस आलाकमान करता रहा बात नहीं माने पायलट : सुरजेवाला
नई दिल्ली
बागी नेता सचिन पायलट पर कार्रवाई करते हुए कांग्रेस ने उन्हें सभी पदों से हटा दिया है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में उप-मुख्यमंत्री रहे पायलट से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का जिम्मा भी ले लिया गया है। कांग्रेस के कई नेताओं ने पायलट को मनाने की बहुत कोशिश मगर वह नहीं माने। जिसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने यह फैसला किया। दिल्ली से जयपुर गए रणदीप सुरजेवाला ने पायलट को हटाने का ऐलान किया। उनकी जगह पर ओबीसी नेता गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। सुरजेवाला ने यह ऐलान करते हुए पायलट को खूब कोसा। उन्होंने यह जता दिया कि पार्टी ने पायलट को मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सुरजेवाला ने पार्टी के पायलट पर किए गए ‘अहसान’ गिनाते हुए कहा कि ‘छोटी उम्र में पार्टी ने उन्हें जो राजनीतिक ताकत दी, वह किसी और को नहीं दी गई।’
सुरजेवाला ने कहा- हम मनाते रहे वो माने ही नहीं
मीडिया के सामने सुरजेवाला ने कहा, ‘सचिन पायलट और कांग्रेस के कुछ मंत्री और विधायक साथी भाजपा के षडयंत्र में उलझकर कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हो गए।’ उन्होंने कहा, “पिछले 72 घंटे से सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कांग्रेस के आला नेतृत्व ने सचिन पायलट से, साथी मंत्रियों से, विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की। कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट से खुद आधा दर्जन बार बात की। कांग्रेस कार्यसमिति के वरिष्ठ सदस्यों ने दर्जनों बार बात की। हमने अपील की कि पायलट और बाकी विधायकों के लिए दरवाजे खुले हैं, वापस आइए। मतभेद दूर करेंगे।”
‘सरकार गिराने की साजिश स्वीकार नहीं’
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘पिछले चार दिन से कांग्रेस नेतृत्व ने खुले मन से कहा कि परिवार का सदस्य अगर रास्ता भटक जाए, सुबह का भूला शाम को घर वापस आ जाए, तो वो भूला नहीं कहलाता, वो परिवार का सदस्य है, पूरी बात सुनी जाएगी। हर बात का हल निकाला जाएगा। पर मुझे खेद है कि सचिन पायलट और कुछ उनके मंत्री साथी भाजपा के षड़यंत्र में भटककर कांग्रेस पार्टी की जनता द्वारा चुनी गई सरकार को गिराने का साजिश कर रहे हैं। ये स्वीकार्य नहीं है।’
गहलोत पहुंचे गवर्नर से मुलाकात करने
पायलट को निकाले जाने के बीच, खबर है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे हैं। वह राज्यपाल को राज्य में चल रहे सियासी घटनाक्रम से अवगत करा सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड भी कराई जा सकती है। भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) के विधायक राजकुमार रावत का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वह आरोप लगा रहे हैं कि ‘हमें एक तरह से कैद करके रखा गया है। हमारे चारों तरफ पुलिस को लगा दिया गया है और निकलने नहीं दिया जा रहा है।’
पायलट खेमा गया, इनकी हुई नियुक्ति
पायलट के अलावा पर्यटन और खाद्य मंत्री पद से विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को बर्खास्त कर दिया गया है। शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष होंगे। हेम सिंह शेखावत को राजस्थान प्रदेश सेवा दल का नया अध्यक्ष नियुक्त करने के साथ गणेश गोगरा को यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई।