हरियाणा में हार के बाद भी कांग्रेस में एकजुटता का अभाव, हुड्डा समेत बड़े नेता खरगे और राहुल की बैठक से रहे नदारद

हरियाणा में हार के बाद भी कांग्रेस में एकजुटता का अभाव, हुड्डा समेत बड़े नेता खरगे और राहुल की बैठक से रहे नदारद

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में मंथन शुरू हो गया है, लेकिन पार्टी की अंदरूनी खींचतान खत्म होने का नाम नहीं ले रही। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई, जिसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया को बुलाया गया था। हालांकि, इनमें से कोई भी बैठक में शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं हुआ।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदयभान नहीं पहुंचे

सूत्रों के मुताबिक, दीपक बाबरिया ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में हिस्सा लिया, जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदयभान पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए बैठक में नहीं पहुंचे। यह बैठक हरियाणा में कांग्रेस की हार के कारणों पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी।

सैलजा और सुरजेवाला को नहीं मिला न्योता

दिलचस्प बात यह रही कि बैठक में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और कैप्टन अजय सिंह यादव को नहीं बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि चुनाव में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को फ्री हैंड दिया गया था और 90 में से 72 सीटों पर हुड्डा की पसंद के उम्मीदवार उतारे गए थे। चुनाव प्रचार की कमान भी हुड्डा ने खुद संभाली थी।

खरगे का हरियाणा दौरा स्थगित

कांग्रेस में अंदरूनी मतभेदों के कारण मल्लिकार्जुन खरगे का हरियाणा दौरा दो बार स्थगित हो चुका है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हुड्डा के नेतृत्व में बेहतर प्रचार की रिपोर्ट कांग्रेस हाईकमान को भेजी गई थी। हालांकि, प्रचार के दूसरे चरण में कुमारी सैलजा को लेकर विवाद गहराने के बाद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और खरगे ने हरियाणा का दौरा किया।

राहुल गांधी ने जताई नाराज़गी

बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं के निजी हित कांग्रेस के सामूहिक हितों से ऊपर रहे। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को इस हार के कारणों का गहराई से विश्लेषण करना होगा। बैठक में यह फैसला लिया गया कि हार के कारणों की जांच के लिए एक फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी, जो हरियाणा में जाकर नेताओं से बात कर रिपोर्ट सौंपेगी। हालांकि, कमेटी के सदस्यों के नाम अभी तय नहीं हुए हैं।

अजय माकन ने दी सफाई

बैठक के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने हुड्डा और सैलजा के बीच मतभेदों को हार का एक प्रमुख कारण बताया। उन्होंने कहा कि हार के पीछे कई कारण हैं, जिनमें चुनाव आयोग की भूमिका से लेकर पार्टी के अंदरूनी मतभेद शामिल हैं। माकन ने यह भी सवाल उठाया कि एग्जिट पोल और सर्वेक्षण के नतीजे इतने बड़े स्तर पर गलत कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगे की रणनीति पर चर्चा की जा रही है, और आगे की जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल देंगे।


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