खाली पेट 1400KM दूर घर के लिए मुंबई से निकला MP का मजदूर, 60KM बाद तोड़ा दम

खाली पेट 1400KM दूर घर के लिए मुंबई से निकला MP का मजदूर, 60KM बाद तोड़ा दम
  • ठाणे के करीब मध्यप्रदेश के मजदूर की मौत
  • नवी मुंबई से पैदल ही सीधी आने का किया था फैसला
  • 60 किलोमीटर पैदल चलने के बाद ही तोड़ा दम
  • साथियों ने बताया कि जंगल में पानी पीने के बाद हुए बेहोश
  • 24 घंटे से नहीं मिला था भोजन-पानी

भोपाल/ठाणे।
मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए 24 अप्रैल को घोषणा की। उससे पहले ही नवी मुंबई से मध्यप्रदेश के सीधी स्थित गांव के लिए चले मजदूर मोतीलाल साहू की महाराष्ट्र के ठाणे में मौत हो गई है। मजदूर बिना भोजन-पानी के खाली पेट वहां से चला था। अब परिजन उनके शव को लाने के लिए 35,000 रुपये इकट्ठा किए हैं।

38 वर्षीय मोतीलाल साहू का शव लेकर एंबुलेंस शनिवार दोपहर भोपाल से गुजरा है। यहां से उनके गांव की दूरी 700 किलोमीटर है। बताया जा रहा है कि मोतीलाल साहू खाली पेट 1400 किलोमीटर अपने घर के लिए निकलते थे। साहू के परिवार में उनकी पत्नी और 3 बेटियां हैं। मोतीलाल साहू नवी मुंबई में हाउस पेंटर का काम करते थे, वह लॉकडाउन की वजह से वहां फंस गए थे।

पैदल ही चल दिए
पैसा और खाना खत्म होने के बाद मोतीलाल 50 मजदूरों की टोली के साथ मुंबई से पैदल ही चल दिए। प्रवासी मजदूरों की इस टोली में 9 मध्यप्रदेश के थे। ये लोग पहले लॉकडाउन तक मुंबई में ही रुके रहे, लेकिन दूसरे की घोषणा के बाद इनकी मुश्किलें बढ़ गई थी। साहू के चचेरे भाई संजय ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि वह जानते थे कि अब उनके पास कपड़े के सिवा कुछ नहीं बचा है और न ही कोई विकल्प है।

मजदूर छोड़ कर आगे बढ़ गए
कल्याण पुलिस स्टेशन के एसआई कमलाकर मुंबई ने टीओई से बात करते हुए कहा कि 22 अप्रैल को 2:30 बजे ये लोग नेरुल से निकले थे। कुछ मजदूरों के पास मोबाइल फोन थे, जीपीएस के सहारे ये लोग आगे बढ़ रहे थे। सुबह 8 बजे के करीब ये लोग खदावली गांव पहुंचे, जहां ये लोग घंटों रुके रहे। शाम 5 बजे मोतीलाल साहू गिर गए। इसके बाद उनके साथियों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया। मोतीलाल के गिरने के बाद साथ चल रहे लोग आगे बढ़ हए। लेकिन सुरेश साहू वहां रुके रहे, जो उनके पड़ोसी गांव से हैं।

Madhya Pradesh में आज से किन-किन चीजों की दुकान खुलेंगी, बता रहे हैं सीएम शिवराजमध्यप्रदेश में कोरोना (Madhya Pradesh corona cases) से कम प्रभावित जिलों (Corona infected districts in Madhya pradesh) में सरकार ने आज से ढील (Relaxation in lockdown2.0) दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज से सभी दुकानें खुलेंगी। लेकिन शॉपिंग मॉल्स इसके दायरे में नहीं आएंगे। कोरोना हॉटस्पॉट (corona hotspot in Madhya pradesh) वाले 6 जिलों में कोई छूट नहीं रहेगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) ने कहा है कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, खरगोन और होशंगाबाद में सब बंद रहेगा। क्राइसिस मैनेजमेंट टीम संक्रमित क्षेत्र (Madhya Pradesh me corona ke hotspot) के बाहर दुकान खोलने के बारे में फैसला करेगा। सुनिए, सीएम शिवराज सिंह चौहान लॉकडाउन2.0 में दी गई छूट के बारे में क्या कह रहे हैं।

पुलिस से बचने के लिए अंदरूनी रास्तों का सहारा
मोतीलाल साहू के चचेरे भाई संजय ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए अंदरूनी रास्तों का सहारा ले रहे थे। इन्हें 24 घंटे से खाना-पानी नहीं मिला था। ठाणे के करीब जंगल में पानी में दिखा। मेरे चचेरे भाई ने उसको पी लिया और बेहोश हो गए। अस्पताल ढूंढने में 3 घंटे लगे, तब तक उनकी मौत हो गई।

पीएम के बाद घर लाने की परमिशन
मोतीलाल के शव को प्रशासन ने ठाणे लाने में मदद की। उसके बाद कल्याण पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को घर ले जाने की अनुमति दी। शव के पीएम के बाद 24 अप्रैल को एंबुलेंस में रखा गया। 25 अप्रैल को दोपहर 2 बजे शव लेकर परिजन भोपाल पार कर गए। जानकारी अनुसार परिजन शव लेकर गांव पहुंच गए हैं।

वहीं, बहरी पुलिस थाना के इंचार्ज राम सिंह पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस ने कंफर्म करने के लिए मुझे कॉल किया था कि मोतीलाल साहू तिलवाई के निवासी हैं कि नहीं।

35000 एंबुलेंस को दिए
मोतीलाल के चचेरे भाई ने कहा कि परिवार बहुत गरीब है, वह अकेले कमाने वाले थे। एंबुलेंस के लिए हमलोगों ने 35000 हजार रुपये दिए। समूह के दूसरे लोगों को प्रशासन द्वारा रोक दिया गया है। सीधी कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने कहा कि यह दुखद घटना है, हम लोग परिवार की मदद करेंगे।


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