चुनाव आयोग ने 11 फरवरी तक रैलियों पर बढ़ाईं पाबंदियां, ये रहेगी छूट
- देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस बार बड़ी-बड़ी जनसभाओं और रैलियों पर पाबंदियां बढ़ा दी हैं.
नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस बार बड़ी-बड़ी जनसभाओं और रैलियों पर पाबंदियां बढ़ा दी हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) ने सोमवार को अन्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अनूप चंद्रा के साथ निर्वाचन आयोग की अहम बैठक ली. बैठक के बाद निर्देश दिया गया है कि मौजूदा कोविड-19 की हालत को देखते हुए 11 फरवरी तक सभी तरह की राजनीतिक रैलियों, जनसभाओं, साइकिल, कार बाइक रोड शो पर पूरी तरह से प्रतिबंध जारी रहेगा.
राजनीतिक दलों को कुछ राहत देते हुए खुली मैदान में 1000 व्यक्तियों के साथ बैठक करने और इंडोर लोकेशन पर 500 व्यक्तियों के साथ बैठक करने की इजाजत दी है. हालांकि, इंडोर सभागार की कैपेसिटी मौजूद व्यक्तियों से दोगुनी होनी चाहिए. डोर-टू-डोर कैंपेन के लिए भी पहले जहां 10 व्यक्तियों की इजाजत थी, उसे अब दोगुना करके 20 कर दिया गया है. सुरक्षाकर्मी उन 20 व्यक्तियों में शामिल नहीं माने जाएंगे.
चुनाव आयोग की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण शामिल हुए. इसके अलावा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के राज्य मुख्य सचिव और मुख्य चुनाव अधिकारी भी वर्चुअल रुप से बैठक में शामिल हुए.