‘एकनाथ शिंदे की शिवसेना धीरे-धीरे BJP में विलीन…’, उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत का बड़ा हमला

‘एकनाथ शिंदे की शिवसेना धीरे-धीरे BJP में विलीन…’, उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत का बड़ा हमला
शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत

शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंदे गुट पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा, “गद्दार हमारे ऊपर आरोप लगाते हैं… राजेश मोरे कौन हैं, हमें पता भी नहीं है.” संजय राउत ने प्रताप सरनाइक और एकनाथ शिंदे की उपलब्धियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह सब सिर्फ ध्यान भटकाने की कोशिश है. उन्होंने दो टूक कहा कि वे ठाणे जाएंगे या नहीं, यह कोई सवाल ही नहीं है- वे कल ही ठाणे जाकर आए हैं.

पार्टी के भीतर सियासी बयानबाजी तेज

संजय राउत ने कहा कि राजन विचारे पहले से ही पार्टी में हैं और अगर वह नहीं होते तो शिंदे भी नहीं होते. सतीश प्रधान के टिकट के मुद्दे पर उन्होंने शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा कि “सतीश प्रधान को खुद बालासाहेब ठाकरे ने उम्मीदवार बनाया था.” उन्होंने दावा किया कि शिंदे गुट की मानसिकता बेहद निचले स्तर की है और अब इस पर बात खत्म हो चुकी है.

संजय राउत ने आरोप लगाते हुए कहा, “हमने कभी शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के साथ किसी और का फोटो नहीं लगाया. अरे पीएम मोदी से बड़ा फोटो लगाओ न आनंद दिघे का!” उन्होंने कहा कि शिंदे गुट धीरे-धीरे बीजेपी में विलीन हो रहा है और धमकियों से वह डरने वाले नहीं हैं.

शिवसेना, बीजेपी और बुलेट ट्रेन पर तीखे सवाल

संजय राउत ने बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा, “बुलेट ट्रेन बनने दो… हमारा विरोध है, क्योंकि हमने इसकी मांग कभी नहीं की थी. आपने दिल्ली से मुंबई क्यों नहीं जोड़ी? सिर्फ मुंबई को गुजरात से जोड़ने की जल्दी है.”

मुंबई के ट्रैफिक और आधारभूत सुविधाओं पर भी उन्होंने राज्य सरकार को घेरा और पूछा कि क्या इस पर कोई जवाब है? राउत ने शंभुराज देसाई पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “आप गद्दार हैं… आनंद दिघे जैसे सम्मानित नेता के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं.” उन्होंने बताया कि दिघे साहेब ने ठाणे को चुना और महाराष्ट्र में पार्टी को मज़बूत किया.

उद्धव ठाकरे का दौरा और भविष्य की सियासी हलचल

संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे 4 अक्टूबर को पुणे और मराठवाड़ा का दौरा करेंगे. उन्होंने देवेंद्र फडणवीस और मनसे प्रमुख राज ठाकरे की मुलाकातों पर भी टिप्पणी की और कहा कि “ये सब सिर्फ तनाव पैदा करने की कोशिशें हैं.”

बीजेपी नेताओं के बयानों पर राउत ने कहा कि विधायक होने के बावजूद वे मर्यादा नहीं रखते और विधानसभा में मारपीट करते हैं. संजय राउत ने साफ किया कि वह धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और अपने विचार खुलकर रखेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिंदे गुट के नेता धीरे-धीरे एक हो रहे हैं, लेकिन शिवसेना (UBT) अपने विचारों पर अडिग है.

Jamia Tibbia