मुंबई। एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिए एक सप्ताह भी नहीं हुआ है और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उनकी सरकार की विदाई की तारीख भी तय कर दी है। शरद पवार ने भविष्यवाणी की है कि एकनाथ शिंदे सिर्फ अगले 6 महीने तक मुख्यमंत्री पद पर रहेंगे। इसके बाद महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होंगे। ऐसे में कांग्रेस और शिवसेना समेत सभी पार्टियों को चुनाव के लिए तैयार रहना चाहि।
शरद पवार ने एकनाथ शिंदे की सरकार के 6 महीने में गिर जाने की बात एनसीपी विधायकों और अन्य नेताओं की एक बैठक के दौरान रविवार को कही। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन हो गया है, लेकिन इससे निराश होने की जरूरत नहीं है। एकनाथ शिंदे की सरकार अगले 6 महीने में गिर जाएगी। इसलिए सभी नेता चुनावों की तैयारी में जुट जाएं।’
बैठक में शामिल हुए एक एनसीपी नेता ने बताया, ‘शरद पवार का कहना है कि एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे कुछ बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं। एक बार मंत्रालयों का बंटवारा होने दीजिए, इसके बाद एकनाथ शिंदे के गुट की फूट और बागी विधायकों की नाराजगी सामने आएगी। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश की सरकार का गिरना तय है।’
शरद पवार ने एकनाथ शिंदे के फ्लोर टेस्ट से पहले ही राज्य में सियासी माहौल को एक बार फिर गरमा दिया है। एनसीपी नेता ने बताया कि शरद पवार ने बागी विधायकों के जल्द से जल्द पार्टी में लौटने की उम्मीद जताई है। साथ ही पवार ने कहा है कि हमारे पास ज्यादा से ज्यादा 6 महीने हैं, ऐसे में हमें शांत नहीं बैठना चाहिए। सभी विधायकों को अपने क्षेत्रों में जाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहिए।
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले दिनों काफी उथल-पुथल देखने को मिली। एकनाथ शिंदे शिवसेना और कुछ अन्य विधायकों को लेकर पहले गुजरात के सूरत और फिर असम के गुवाहाटी चले गए थे। ऐसे में शिवसेना दो भागों में बंट गई। महाविकास आघाड़ी सरकार अल्पमत में आ गई, तो उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। अब भाजपा ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर सरकार बनाई है। एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली है। एकनाथ शिंदे आज विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित करेंगे।