‘कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे एकनाथ शिंदे’, संजय राउत का दावा; नाना पटोले के ऑफर से बढ़ी सियासी हलचल

मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बयानों का दौर शुरू हो गया है। अब शिवसेना सांसद संजय राउत के बयान से हलचल मच गई है। शिवसेना सांसद ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर बयान दिया है। उन्होंने शनिवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे पहले कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे।हालांकि, शिवसेना सांसद संजय राउत सांसद ने उस साल या महीने का उल्लेख नहीं किया जब एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट रूप से स्विच की योजना बनाई थी। संजय राउत से उनके बयान के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल का हवाला दिया।
संजय राउत ने क्या कहा?
सांसद संजय राउत ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि मुझे पता है कि क्या चल रहा था। अहमद पटेल अब मौजूद नहीं हैं और इसलिए मैं और कुछ नहीं कहना चाहता क्योंकि वह इस बात को पुख्ता करने के लिए मौजूद नहीं हैं। बता दें कि कांग्रेस नेता अहमद पटेल का 25 नवंबर, 2020 को निधन हो गया था। वहीं, जब इस बारे में और जानकारी को लेकर पूछने पर राउत ने कहा ने कहा कि इस बारे में पृथ्वीराज चव्हाण से पूछिए।
हालांकि, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। उधर, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
नाना पटोले का शिंदे को ऑफर
वहीं, होली मिलन समारोह के दौरान महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नाना पटोले ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार (एनसीपी) को खुला ऑफर दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री के रोटेशनल पद के वादे के साथ विपक्षी गठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव दे दिया। इसके बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल बढ़ गई।
राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं: राउत
गौरतलब है कि जब शिवसेना सांसद संजय राउत से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है। राउत ने कहा कि मैं निःशब्द हूं। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि किसी ने भी नहीं सोचा था कि 2019 में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का गठन होगा या 2022 में (शिंदे के नेतृत्व में) एक असंवैधानिक सरकार सत्ता में आएगी।वहीं, संजय राउत ने कहा कि किसी ने यह भी नहीं सोचा था कि 2024 में देवेंद्र फडणवीस को पूर्ण बहुमत मिलेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि शिंदे का बालासाहेब ठाकरे के भगवा झंडे से कोई लेना-देना नहीं है। शिवसेना सांसद ने दावा किया, ‘शिंदे और अजित पवार (जिन्होंने 2023 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को विभाजित किया) भाजपा के झंडे उठा रहे हैं।’