मेरठ: रविवार को आधी रात के बाद शापरिक्स मॉल चौराहे पर 2.40 बजे रैपिड रेल का निर्माणाधीन स्लैब गिर गया, जिसमें आठ मजदूर दब गए। बड़ी मशक्कत से उन्हें बाहर निकाला गया। इनमें तीन की हालत गंभीर है। लगभग आधे घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस ने घायलों को केएमसी अस्पताल पहुंचाया।

(फोटोः मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी)

रात के समय शताब्दीनगर स्टेशन की खातिर स्लैब बनाने का काम चल रहा था। दो पिलर के बीच स्लैब कास्ट करने से पहले लोहे के ढांचे को मजदूर बांध रहे थे। क्रेन ढांचे के ऊपर सरिया पहुंचा रही थी तभी ऊपरी हिस्से से लोहे का स्ट्रक्चर उलझ गया और पूरा स्लैब गिर गया। रात के सन्नाटे में तेज आवाज के साथ स्लैब के गिरते ही चीख-पुकार मच गई।

इस दौरान काम कर रहे आठ मजदूर 35 फीट की ऊंचाई से लोहे के फ्रेम के साथ गिर गए। दुर्घटना में आठों को गंभीर चोट लगी है। दो पूरी तरह से मिट्टी में सने पड़े थे। सूचना पर तीन बजे पुलिस की फैंटम पहुंची और फिर उसके बाद लगभग सवा तीन बजे एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल भेजा गया।

स्लैब बांधने का काम रात के समय हो रहा था, लिहाजा कोई जानहानि नहीं हुई। यह शहर का व्यस्ततम चौराहा है, बावजूद इसके नीचे रास्ता रोके बगैर काम किया जा रहा था। इस घटना ने रैपिड रेल के सुरक्षित काम पर प्रश्न चिह्न लगा दिया है। इससे पहले भी परतापुर इंटरचेंज के पास एक एंगल गिर गया था। उसके बाद भी इस तरह की घटना रैपिड रेल के काम पर सवालिया निशान खड़ी करती है।

ये हुए घायल

चंदन कुमार, सुजीत कुमार, सीताराम, भोला कुमार, सागर राधे, सानू, राम इकबाल और धर्मेंद्र। सभी मजदूरों की उम्र 22 से 30 के बीच है और ये बिहार के विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं। घायलों में सोनू व अन्य दो की हालत गंभीर बनी हुई है।