हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी पर ED की कार्रवाई, करोड़ों की संपत्ति जब्त
नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में महज 7 दिन बाकी हैं, और इस बीच कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कांग्रेस विधायक राव दान सिंह और उनके बेटे से जुड़े संस्थानों की 44 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है। हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर के दौरान यह कार्रवाई महत्वपूर्ण मानी जा रही है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की जानकारी।
कौन हैं राव दान सिंह?
65 वर्षीय राव दान सिंह महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के वर्तमान विधायक हैं। वह एक अनुभवी नेता और व्यवसायी हैं, जो चार बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा के धर्मबीर सिंह से हार गए थे। कांग्रेस ने उन्हें इस बार फिर महेंद्रगढ़ से टिकट दिया है। हरियाणा की सभी सीटों पर 5 अक्टूबर 2024 को एक साथ मतदान होगा, और परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।
ED ने किन संपत्तियों पर की कार्रवाई?
प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि राव दान सिंह और उनके बेटे अक्षत सिंह की संस्थाओं से जुड़ी संपत्तियों को जब्त किया गया है। इसमें हरियाणा के गुरुग्राम में सेक्टर 99ए स्थित कोबन रेजीडेंसी के 31 फ्लैट और हरसरू गांव में 2.25 एकड़ जमीन शामिल है। इसके अलावा, दिल्ली, गुरुग्राम, रेवाड़ी और जयपुर में स्थित फ्लैट और जमीन भी जब्त की गई हैं, जो सनसिटी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और आईएलडी समूह से संबंधित संस्थाओं की हैं।
क्या है पूरा मामला?
ED की यह कार्रवाई 1,392.86 करोड़ रुपये के कथित बैंक लोन धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले पर आधारित है। यह मामला एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड नामक कंपनी से जुड़ा है, जिस पर सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। जांच एजेंसी का दावा है कि राव दान सिंह से संबंधित संस्थाओं को इस कथित धोखाधड़ी से अर्जित धन में से 19 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। हालांकि, ED ने बताया कि राव दान सिंह और उनके परिवार के सदस्य अभी तक जांच में शामिल नहीं हुए हैं।
इस कार्रवाई के चलते चुनावी माहौल में कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मामला आगामी चुनावों पर किस तरह का प्रभाव डालता है।