ईडी से पूछताछ में पंजाब के सीएम चन्नी के भांजे ने किए बड़े खुलासे, माना अवैध खनन से कमाए करोड़ों

ईडी से पूछताछ में पंजाब के सीएम चन्नी के भांजे ने किए बड़े खुलासे, माना अवैध खनन से कमाए करोड़ों
  •  पंजाब के मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी के भांजे भूपिंदर सिंह हनी ने ईडी से पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। बताया जाता है कि हनी ने अवैध रेत खनन से करोड़ों रुपये कमाने की बात कबूल की है।

जालंधर। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ईडी की पूछताछ में उनके भांजे भूपिंदर सिंह हनी ने मान लिया है कि उसके और सहयोगियों के पास से मिली 10 करोड़ रुपये की राशि उसने अवैध रेत खनन के साथ ही अधिकारियों के तबादलों व पोस्टिंग करवा कर इकट्ठी की है। आज हनी का चार दिन का रिमांड खत्म होने के बाद ईडी उसे दोबारा अदालत में पेश करेगी।

तबादलों और पोस्टिंग से भी की कमाई, आज खत्म होगा रिमांड, ईडी हनी को अदालत में करेगी पेश

ईडी द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सर्च के दौरान हुई जांच में कुदरतदीप और संदीप ने हुई पूछताछ में उन्होंने कहा कि जब्त की गई 10 करोड़ रुपये की धनराशि भूपिंदर सिंह हनी से ही संबंधित हैं। इसके बाद ईडी ने हनी से भी पूछताछ की तो उसने माना कि यह राशि अवैध खनन से संबंधित है लेकिन बाद में उसने जांच में सहयोग नहीं किया।

इसके बाद ईडी ने हनी को तीन फरवरी को जांच के लिए बुलाया था। इसके साथ ही ईडी ने हनी से कहा कि वह 10 करोड़ रुपये से संबंधित दस्तावेज साथ लेकर आए। भूपिंदर सिंह हनी वे दस्तावेज नहीं पेश कर सका। इसके बाद ईडी ने जालंधर में पूछताछ के दौरान ही उसे गिरफ्तार कर लिया था। चार फरवरी को उसे अदालत में पेश कर चार दिन का रिमांड हासिल किया था। आज मंगलवार को हनी को ईडी की टीम अदालत में पेश करके आगे की कार्रवाई के लिए रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी।

उल्लेखनीय है कि 18 जनवरी को ईडी की टीम ने हनी, उसके दोस्त व पार्टनर कुदरतदीप सिंह तथा संदीप कुमार के ठिकानों पर छापामारी कर 10 करोड़ रुपये की धनराशि बरामद की थी। इसके बाद इस बात को लेकर जांच शुरू की गई कि एमएस प्रोवाइडर ओवरसीज कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड के संचालक कुदरतदीप व भूपिंदर सिंह हनी पुत्र संतोख सिंह तथा संदीप कुमार पुत्र कस्तूरी लाल में से 10 करोड़ रुपये किसके थे।

मनी लांड्रिंंग के मामले में ईडी ने यह कार्रवाई शहीद भगत सिंह नगर के राहों पुलिस थाने में दर्ज एफआइआर के आधार पर शुरू की थी। सात मार्च, 2018 को दर्ज एफआइआर में इस बात का जिक्र था कि माइनिंग तथा जिला प्रशासन व पुलिस की टीमों की संयुक्त कार्रवाई में अवैध रेत खनन किया जा रहा है तथा निर्धारित एरिया से बाहर जाकर रेत खनन के अलावा अवैध रूप से कई टिप्पर, ट्रक व मशीनें मौके पर काम कर रही थीं।

चन्नी सहित कइयों की बढ़ सकती है परेशानी

हनी द्वारा 10 करोड़ रुपये की कमाई अवैध खनन से होने की बात मान लिए जाने के बाद ईडी का निशाने पर मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी सहित कई अन्य नेता आ सकते हैं। ईडी इससे पहले की गई जांच में काफी दस्तावेज इकट्ठे कर चुकी है कि पंजाब में अवैध रेत खनन में 13 विधायकों सहित कई बड़े नेताओं व अधिकारियों की मिलीभगत है। अगर ईडी पुरानी फाइल भी खोल दी तो इन सभी की परेशानी बढ़ सकती है।

विधानसभा चुनाव में अवैध रेत खनन फिर बनेगा बड़ा मुद्दा

पंजाब विधानसभा चुनाव में मतदान से पहले हुई ईडी की कार्रवाई भले ही चुनाव से जुड़ी हुई नहीं है। ईडी ने बहुत पहले जांच शुरू कर दी थी लेकिन ईडी की कार्रवाई का विभिन्न दलों की ओर से राजनीतिकरण किया जा रहा है। चन्नी के विरोधी अवैध रेत खनन को बड़ा मुद्दा बनाएंगे।

दोस्तों ने हनी को किया कठघरे में खड़ा

हनी के दोस्तों कुदरतदीप व संदीप से ईडी ने पूरे मामले की पूछताछ की। कुदरतदीप दो बार ईडी के सामने पेश होकर अपनी सफाई दे चुका था और उसके बाद ही ईडी ने हनी को गिरफ्तार किया था। दरअसल दोस्‍तों ने ही हनी को कठघरे में खड़ा किया।

कई अधिकारी भी शिकंजे में आ सकते हैं

हनी द्वारा ईडी के सामने सच मान लेने के बाद कई अधिकारी भी शिकंजे में आ सकते हैं। क्योंकि, उसने अवैध खनन के साथ ही तबादलों व पोस्टिंग से 10 करोड़ रुपये की राशि की कमाईकी बात भी मानी है। अब सवाल यह है कि कितने अधिकारी इस मामले में शामिल थे और उनके पास हनी को देने के लिए करोड़ों रुपये कहां से आए थे।

 


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