कांवडिय़ों का सैलाब उमडऩे से महानगर का माहौल हुआ भक्तिय

कांवडिय़ों का सैलाब उमडऩे से महानगर का माहौल हुआ भक्तिय
  • सहारनपुर में पवित्र कांवड़ को लेकर गंतव्य को जाते कांवडि़ए।

सहारनपुर [24CN]। पवित्र श्रावण मास की चतुर्दशी तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है। वैसे-वैसे शिवभक्त कांवडिय़ों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। शिवभक्त कांवडिय़ों के उमड़ते सैलाब को देखते हुए जहां व्यापारिक, सामाजिक व धार्मिक संगठनों द्वारा कांवड़ सेवा व चिकित्सा शिविर लगाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांवडिय़ों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए तीसरी आंख से निगरानी की जा रही है।

गौरतलब है कि भारतीय संस्कृति में श्रावण मास को भगवान भोले की भक्ति का महीना माना जाता है। श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी से लेकर शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तक श्रद्धालुओं द्वारा पूरे माह किसी न किसी रूप में भगवान भोलेनाथ की भक्ति व उपासना की जाती है। श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ही शिवभक्त कांवडिय़ों का हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर आना शुरू हो गया था क्योंकि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, जम्मू आदि राज्यों के शिवभक्त कावंडि़ए सहारनपुर जनपद से होकर ही अपने गंतव्य को जाते हैं।

सहारनपुर महानगर से होकर जैसे ही शिवभक्त कांवडिय़ों की टोलियां बम-बम भोले के जयकारों के साथ निकलती हैं तब भारी संख्या में श्रद्धालु शिवभक्त कांवडिय़ों द्वारा सजाई गई कांवड़ों को देखने के लिए सड़क किनारे उमड़ पड़ते हैं। इस कारण महानगर का माहौल लगातार भक्तिमय व आध्यात्मिक होता जा रहा है। उधर जिला प्रशासन द्वारा शिवभक्त कांवडिय़ों की सुरक्षा के लिए फुलप्रूफ इंतजाम किए गए हैं। कांवडिय़ों की सुरक्षा के लिए हाइवे व चौराहों के चप्पे-चप्पे पर पुलिस व अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।

वहीं सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन से भी कावंड़ यात्रा मार्ग की निगरानी की जा रही है। उधर मेरठ व सहारनपुर मंडल के तमाम पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी कांवड़ यात्रा को निर्विघ्न व शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए लगातार भ्रमण कर निगरानी रखे हुए हैं ताकि हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर आने वाले कांवडिय़ों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।


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