अपनी संस्कृति व सभ्यता के कारण विदेशों में भी जानी जाती है भारत भूमि: गरिमा भारती

अपनी संस्कृति व सभ्यता के कारण विदेशों में भी जानी जाती है भारत भूमि: गरिमा भारती
  • सहारनपुर में श्रीराम कथा का गुणगान करती साध्वी गरिमा भारती।

सहारनपुर। कथाव्यास साध्वी गरिमा भारती ने कहा कि भारत भूमि कोई साधारण भूमि नहीं है। इस भूमि की महानता है कि समय-समय पर जब भी महापुरूषों व प्रभु ने अवतार लिया तो इसी भारत भूमि पर लिया। उन्होंने कहा कि इस भारत भूमि अपनी संस्कृति व सभ्यता के कारण विदेशों में भी जानी जाती है। साध्वी गरिमा भारती यहां हसनपुर स्थित एक पंडाल में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्रीराम कथा में ज्ञान की अमृतवर्षा कर रही थी।

उन्होंने कहा कि आइस्टीन ने तो यहां तक कहा है कि हम भारत के कर्जदार हैं जिन्होंने हमें शून्य दिया जिसके आधार पर हमारी सभी खोजें कारगर सिद्ध हो पाती हैं। भारत भूमि के गर्भ में अनेक रत्न छिपे हुए हैं। भारत केवल खनिज तत्वों व संस्कृति के कारण नहीं बल्कि भारत की पहचान वीरता के कारण भी है। विश्व की समस्त संस्कृतियों में सबसे उत्तम संस्कृति भारत की ही है। उन्होंने कहा कि आज दु:ख का विषय है कि हम भारतीयों में अपनी भारत भूमि से प्रेम नहीं है। हम इसे खोखला करने में लगे हुए हैं। भूमि, जलवायु व आकाश का शोषण करने में लगे हुए हैं। आज पर्यावरणीय संकट, ओलावृष्टि, बाढ़, तामपान का बढऩा, जलस्तर का कम हो जाना आदि यदि देखें तो वास्तव में ईश्वर द्वारा मानव को दिया गया दंड ही है। आज मानव अपनी भोग प्रवृत्ति के कारण यह सोचता है कि यह समस्त संस्कार एक बाजार है परंतु आध्यात्मिक संस्कृति हमें यह ज्ञान कराती है कि यह पूरा संस्कार एक बाजार नहीं एक परिवार है। ईश्वर ने जिस परिवार को रहने के लिए यह पृथ्वी एक घर के रूप में प्रदान की है। इसलिए प्रत्येक मानव का दायित्व बनता है कि वह अपने घर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में सहयोग प्रदान करें।

कथा के दौरान पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, आरएसएस के विभाग प्रचारक प्रवीर, अभिषेक गुप्ता, दिव्या गुप्ता, लक्ष्य सिंघल, प्रीति सिंघल, रश्मि टैरेंस, मोहित सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।