नई दिल्ली। यमुना में अमोनिया व शैवाल बढ़ने से प्रदूषण बढ़ गया है। इस वजह से दिल्ली जल बोर्ड के तीन जल शोधन संयंत्रों (वजीराबाद, चंद्रावल व ओखला) से 25 फीसद पानी आपूर्ति कम हो गई है। इस वजह से नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी), मध्य दिल्ली, उत्तरी दिल्ली के अलावा दिल्ली कैंट व दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित होगी। जल बोर्ड का कहना है कि पक्की मुनक नहर से पानी लेकर वजीराबाद जलाशय में मिलाया जा रहा है ताकि यमुना के पानी में प्रदूषण को कम किया जा सके। लेकिन पिछले करीब एक सप्ताह से वजीराबाद में यमुना के पानी में शैवाल अधिक होने की समस्या बनी हुई है। अमोनिया की मात्रा भी कुछ बढ़ी लेकिन अभी उसका शोधन संभव है लेकिन अभी असल समस्या यमुना में शैवाल बढ़ने से है। इसके शोधन में समस्या आ रही है।

वजीराबाद जल शोधन संयंत्र से सामान्य तौर पर 124 एमजीडी, चंद्रावल संयंत्र से करीब 95 एमजीडी व ओखला संयंत्र से करीब 20 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है। इस तरह इन तीनों संयंत्रों से 239 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है। जबकि अभी इन संयंत्रों से करीब 59 एमजीडी पानी की आपूर्ति कम हो गई है।

दिल्ली के इन इलाकों में बाधित रहेगी पानी की आपूर्ति

जल बोर्ड का कहना है कि इन संयंत्रों से पानी आपूर्ति कम होने से सिविल लाइन, हिंदूराव अस्पताल, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज, ओल्ड राजेंद्र नगर, न्यू राजेंद्र नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम विहार, अंबेडकर नगर, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी सहित कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहेगी।

1916 नंबर पर काल कर मंगा सकते हैं पानी

जल बोर्ड ने कहा कि पेयजल किल्लत होने पर लोग जल बोर्ड के काल सेंटर में 1916 नंबर पर काल कर के पानी का टैंकर मंगा सकते हैं। माना जा रहा है शाम तक पानी की आपूर्ति सुचारु हो सकती है।