जिनके चरणों में सर था झुकाना हांथ उन पर उठाने लगे हैं: डा0 दिवाकर गर्ग

जिनके चरणों में सर था झुकाना हांथ उन पर उठाने लगे हैं: डा0 दिवाकर गर्ग
काव्य गोष्ठी में प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित करते अतिथि
  • साहित्यकार रश्मि शाक्य की शादी की सालगिरह पर काव्य संध्या का आयोजन

देवबंद [24CN]: साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था चेतना की संरक्षक वरिष्ठ साहित्यकार रश्मि शाक्य की शादी की सालगिरह पर काव्य संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने अपनी कविताऐं सुनकर श्रोताओं से जमकर वाह वाही लूटी।

नगर के शिवचैक स्थित कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण विजय बजाज ने तथा मीरा चैरसिया की सरस्वती वंदना से किया गया।
काव्य संध्या में अपना काव्य पाठ करते हुए डॉक्टर दिवाकर गर्ग ने  सुनाया की श्रवण और राम के इस चमन में फूल ढलने लगे हैं अगन में, जिनके चरणों में सर था झुकाना हांथ उन पर उठाने लगे हैं। कुणाल धीमान ने कुछ यूं कहा

कतरा कतरा जोड़े मां पत्थर रोज निचोड़े मां, बच्चों के सपनों की  खातिर अपने सपने तोड़े मां। मीरा चैरसिया ने सुनाया की धन्य धन्य रश्मि जी धन्य आप की शान उच्च शिखर पर पहुंचा दिया साहित्य जगत में नाम। प्रांशु जैन ने कुछ यूं सुनाया की मैं मील का पत्थर बना मंजिल कभी ना बना सका जश्न ए सफर उसका बना पर जिंदगी ना बन सका। बलराज मलिक ने सुनाया कि मुझको सता रही है तेरी याद आज कल, कुछ पल में ही सनम तुम कितना बदल गए। कार्यक्रम में संस्था की ओर से केक काटकर वर्षगांठ की मंगल कामना करते हुए सभी अतिथियों को अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश जन कल्याण मंच के प्रदेश अध्यक्ष चैधरी ओमपाल सिंह ने की संचालन हाजी मो0 हनीफ द्वारा किया गया। कार्यक्रम में गौरव विवेक, सोनिया, अजय जाटव, वाजिद अली, विशु धीमान, तुषार शर्मा, शिवम कुमार, आदेश चैहान आदि शामिल रहे।


विडियों समाचार