डॉ. अंबेडकर की 130वीं जयंती आज, राष्ट्रपति-पीएम मोदी सहित तमाम नेताओं ने याद किया

डॉ. अंबेडकर की 130वीं जयंती आज, राष्ट्रपति-पीएम मोदी सहित तमाम नेताओं ने याद किया
Dr Bhimrao Ambedkar
  • बाबा साहेब ने ना सिर्फ आजादी की लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाई बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए संविधान निर्माण की भी जिम्मेदारी उठाई. 31 मार्च 1990 को उन्हें मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित किया गया था.

नई दिल्ली: देश के संविधान के निर्माता बाबा साहेब बीआर अंबेडकर की आज 130वीं जयंती मनाई जा रही है. बाबा साहेब ने ना सिर्फ आजादी की लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाई बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए संविधान निर्माण की भी जिम्मेदारी उठाई. 31 मार्च 1990 को उन्हें मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित किया गया था. हर साल उनकी जयंती को धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है. केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की ओर से हर साल इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है, लेकिन इस बार कोरोना होने के कारण ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया है. आज उनकी जयंती पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप-राष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू  सहित तमाम बड़े नेताओं ने उनको श्रद्धाजंलि दी है.

राष्ट्रपति कोविंद ने बाबा साहेब को अपनी श्रद्धाजंलि देते हुए सुबह-सुबह एक ट्वीट किया. अपने ट्वीट में राष्ट्रपति ने लिखा ‘भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्‍पी, बाबासाहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि! डॉ.अंबेडकर ने समतामूलक न्‍यायपूर्ण समाज बनाने के लिए आजीवन संघर्ष किया. आज हम उनके जीवन तथा विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालने का संकल्‍प लें.’

पीएम मोदी ने भी बाबा साहेब को याद करते हुए लिखा ‘भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर को उनकी जयंती पर शत-शत नमन. समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया गया उनका संघर्ष हर पीढ़ी के लिए एक मिसाल बना रहेगा.

बाबा साहेब की 130वीं जयंती पर उनको नमन करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी एक ट्वीट किया. अमित शाह ने लिखा कि भारत रत्न बाबासाहेब अम्बेडकर जी ने समाज के वंचित वर्ग को शिक्षित व सशक्त किया और हमें न्याय व समता पर आधारित एक ऐसा प्रगतिशील संविधान दिया जिसने देश को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया. बाबासाहेब का विराट जीवन व विचार हमारी प्रेरणा का केंद्र है. उन्हें कोटिशः नमन.