अपनी विशेषताओं को न भूले, नया सीखकर जीवन आनदमय बनाए: आशीष शर्मा

अपनी विशेषताओं को न भूले, नया सीखकर जीवन आनदमय बनाए: आशीष शर्मा

नकुड: सतगुरु इंस्टीट्यूट में आयोजित स्ट्रेस फ्री टीचिंग के तहत शिक्षको को संबोधित करते हुए आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रशिक्षक आशीष शर्मा ने कहा कि हम हमेशा दूसरों की आदतों के चक्कर में पड़कर अपने आपको तनाव में लाते है जबकि जीवन में आप किसी भी व्यक्ति को बदल नही सकते, यदि बदल सकते है तो हमें खुद को बदलना होगा।

उन्होंने कोलेज के शिक्षको को राष्ट्र का निर्माता निर्देशक बताते हुए कहा कि यदि एक शिक्षक भी तनाव में रहेगा तो वो बच्चो के साथ भी उसी अनुसार व्यवहार करेगा। जिस कारण देश भावी पीढ़ी भी तनावग्रस्त होगी। उन्होंने कहा कि जीवन में जो भी कुछ मिला है, जिस क्षेत्र में भी आप हो, उसको परम ब्रहमा का प्रसाद समझकर ग्रहण करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में कोई ना कोई व्यक्ति यदि आता है तो उससे हमेशा कुछ न कुछ सीखने का प्रयास करना चाहिए। इस धरा पर कोई भी व्यक्ति गलत नही है किसी ना किसी रूप में कोई ना कोई विशेषता हर व्यक्ति के अंदर होती है। वो हम पर निर्भर करता है कि उसे हम किस रूप में लेते है।

कहा कि एक सफल जीवन जीवन के लिए हमेशा व्यक्ति वस्तु परिस्थिति को स्वीकार करने का गुण हम में होना चाहिए। जहां रिएक्ट है वही दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। इसलिए जो जैसा भी है जिस रूप में भी हमको मिला है उसको स्वीकार करने के अलावा आपके पास कोई रास्ता ही नही बचता। इसलिए सफल जीवन बनाने के लिए बहुत सारी बातों को नजर अंदाज करना सीखना आना चाहिए।

विद्यालय के कई शिक्षको ने जीवन को सुधारने के लिए मिले मार्गदर्शन के लिए आर्टऑफ़ लिविंग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बताई गई बातो से निश्चित ही जीवन परिवर्तनशील होगा।

इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ की ओर से प्राचार्य ऋषभ गुप्ता सचिव व समस्त स्टाफ ने आशीष शर्मा का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में आर्ट ऑफ़ लिविंग के टीचर विपिन गुप्ता, संजय सिंघल सदस्य मनोज धनगर, राजन शर्मा के अलावा कोलेज के स्टाफ शिक्षक व शिक्षिकाए मोजूद रही।