डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व अफगानिस्तानी राष्ट्रपति अशरफ गनी को बोला धोखेबाज
- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान को छोड़कर भागे अशरफ गनी को धोखेबाज बताया है. पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने गनी को धोखेबाज बताते हुए कहा कि उन्हें अफगानिस्तान छोड़कर भागने वाले अशरफ गनी पर कभी भी भरोसा नहीं रहा है.
नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान को छोड़कर भागे अशरफ गनी को धोखेबाज बताया है. पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने गनी को धोखेबाज बताते हुए कहा कि उन्हें अफगानिस्तान छोड़कर भागने वाले अशरफ गनी पर कभी भी भरोसा नहीं रहा है. मालूम हो कि कुछ दिनों पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए और इसकी वजह देशवासियों के साथ खून-खराबा न हो, बताया. इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने अशरफ गनी को गैर-जिम्मेदार बताया था. इस बीच लोगों के बीच यह चर्चा आम हुई थी कि यदि ट्रंप इस समय अमेरिका के राष्ट्रपति होते, तो दृश्य कुछ और होता. लेकिन इसके उलट अब स्थिति कुछ और ही बन चुकी है.
ट्रंप का यह बयान मंगलवार रात को फॉक्स न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सामने आया. इस दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी पर कभी भी भरोसा नहीं रहा है. इस दौरान ट्रंप से न्यूज एंकर द्वारा उनके कार्यकाल के दौरान तालिबान से की गई बातचीत और अफगान सरकार को लेकर सवाल पूछे गए. इस पर ट्रंप ने कहा, मैं चाहता था कि तालिबान जल्द से जल्द अफगान सरकार से समझौता कर ले. लेकिन मुझे गनी पर कभी पूरा भरोसा नहीं रहा. मैंने यह पहले भी खुले तौर पर कहा था कि मुझे वह पूरी तरह धोखेबाज लगता है.
ट्रंप ने इंटरव्यू के दौरान गनी पर तीखे हमले किए और कहा, “उसने (गनी ने) अपना सारा समय हमारे सीनेटरों के साथ खाने में और उनका दिल जीतने में बिता दिया. सीनेटर उसकी जेब में थे. कहा जा रहा है कि वह पैसे लेकर भाग गया है, पता नहीं शायद यह सच भी हो सकता है. लेकिन वह किसी तरह अपनी जिम्मेदारियों से भाग निकला है”
मालूम हो कि इससे पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सेना को अफगानिस्तान से हटाने और तालिबान के काबुल पर कब्जे की खबरों को लेकर ट्रंप ने मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन पर व्यंग्य किया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि तालिबान का विरोध किए बिना काबुल का पतन होना अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी हार के रूप में दर्ज होगा. काबुल में राष्ट्रपति भवन पर तालिबान के कब्जा कर लेने के बाद ट्रंप ने एक बयान में कहा था, “जो बाइडन ने अफगानिस्तान में जो किया वह अपूर्व है. इसे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी हार के रूप में याद रखा जाएगा.”
ट्रंप के इस बयान ने लोगों के बीच गनी के हितैषी होने की अवधारणा को तोड़ दिया है और अब ये साफ हो गया है कि अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विचार भी अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन से अलग नहीं हैं.