बकरीद पर न करें प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी: उलमा
- उलमा की अपील…………….
- साफ सफाई और दूसरे धर्म के लोगों की भावनाओं का रखें विशेष ख्याल
देवबंद [24CN]: जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने मुस्लिम समाज से ईद-उल-अजहा के त्योहार पर साफ सफाई और दूसरों लोगों की भावनाओँ का पूरा ख्याल रखने की अपील की है।
शुक्रवार को जारी बयान में मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि इस्लाम में कुर्बानी की बड़ी एहमियत है। शरीयत के हुक्म के मुताबिक कुर्बानी करें और प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी करने से बचें। क्योंकि हमारा मुल्क अलग अलग धर्मों के मानने वालों का खूबसूरत मुल्क है ऐसे में किसी भी ऐसे जानवर की कुर्बानी न की जाए। जिससे किसे के धर्म की भावनाएं आहत होती हों। उन्होंने कहा कि खुले में कुर्बानी न करें, पशुओँ के अवशेष इधर उधर न फेंके, कुर्बानी की वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर न डालें। इन सभी चीजों से परहेज करना चाहिए। कहा कि यह त्योहार हमें अपने देश व इंसानियत की रक्षा के लिए डटे रहने का संदेश देता है, साथ ही यह त्योहार त्याग और बलिदान का जज्बा पैदा करता है। वहीं, मुफ्ती असद कासमी ने अपील करते हुए कहा कि बकरीद को अमन-सुकून के साथ मनाएं। प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी से परहेज करें। दूसरे की धार्मिक भावनाएं आहत न हों इसका ख्याल रखें। ऐसे जानवरों की ही कुर्बानी दें, जिसकी हमें देश के कानून से इजाजत है।