सभी निर्माण कार्यों की तकनीकि जांच कराई जाए-मण्डलायुक्त

- आयुर्वेदिक काॅलेज मुजफ्फरनगर में घटिया सामग्री लगाने वाली कार्यदायी संस्था को काली सूची में डाले जाने के निर्देश
सहारनपुर [24CN] । मण्डलायुक्त श्री ए0वी0राजमौलि ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि निर्माण कार्यों की गुणवतत्ता से कोइ समझौता ना करें। उन्होंने कहा कि मानक के अनुरूप कार्य न करने वाली कार्यदायी संस्थाओं के विरूद्ध दण्ड़ात्मक कार्रवाही की जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्यों की तकनीकि जांच समिति से जांच आवश्यक रूप से कराई जाए। उन्होने कहा निर्माण कार्यों में लापरवाही और मानक के अनुरूप सामग्री का इस्तेमाल न करने वालों को बख्शा नही जायेगा। उन्होंने कहा कि मण्डल के जनपदों में निर्माण कार्यों की जांच के लिए दलों का गठन किया गया है, जो निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण कर गुणवत्ता की जांच करेंगे। उन्होंने जनपद मुजफ्फरनगर में आयुर्वेदिक काॅलेज के निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री लगाने के लिए कार्यदायी संस्था को काली सूची में डाले जाने के भी निर्देश दिए।
श्री ए0वी0राजमौलि आज अपने कैम्प कार्यालय पर वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत मण्डल में सांसद निधि से 50 लाख रूपये तक के निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने कहा कि सभी कार्यदायी संस्था तिथिवार निर्माण कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होने कहा कि किस तिथि में टैण्डर हुआ, किस तिथि में कार्य आरम्भ हुआ और किस तिथि में कार्य समाप्त कर लिया जायेगा ये सब लिखित में दें। उन्होने कहा कि कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किये गये निर्माण कार्यों की किसी तृतीय पक्ष से जांच करायी जाये।
मण्डलायुक्त ने ठा0 फूल सिंह मैमोरियल इण्टर काॅलेज रणखण्डी में लैब निर्माण कार्य के अभी तक आरम्भ न होने पर कार्यदायी संस्था आर0ई0डी0 के एक्सईएन का स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर को दिये। उन्होने मण्डल के तीनों मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्यों की समय-समय पर मौके पर जाकर जांच की जाये। संतोषजनक कार्य न पाए जाने पर उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा यदि कार्यदायी संस्था ई0एस0एल0 तथा अन्य किसी संस्था के कार्यों में 28 जनवरी 2021 तक अपेक्षित प्रगति नही पायी जाती तो उसके विरूद्ध शासन को पत्र लिखा जायेगा। उन्होने डूडा विभाग को ग्राम मंहगी में खडण्जा निर्माण के कार्य को 25 जनवरी 2021 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होने कहा भवन निर्माण जैसे कार्यों में नींव से लेकर लैण्टर तक उच्च गुणवत्ता की सामग्री का प्रयोग किया जाये। उन्होने मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्य के आरम्भ होने से संबंधित को सौंपने तक की सम्पूर्ण कार्यवाही अपनी उपस्थिति में कराएं। उन्होने कहा जिन कार्यदायी संस्थाओं का कार्य पूर्ण हो गया है उसकी जांच कर उपयोग प्रमाण पत्र प्राप्त करते हुए संबंधित को सौंप दें। उन्होने कहा कि सांसद निधि से कराये गये कार्य स्थलों पर बोर्ड लगा होना चाहिए। जिस पर सांसद का नाम और सम्पूर्ण जानकारी हो।
श्री ए0वी0राजमौलि ने मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी कार्यदायी संस्था को पैसा तभी दिया जाये जब उसके द्वारा किया गया कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण हो। यदि कोई कार्यदायी संस्था समय से कार्य नही कर रही है तो उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अन्य किसी संस्था को कार्य दिया जाये। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि यदि कहीं पर माननीय सांसद द्वारा कोई कार्य निरस्त कराया गया हो तो उसके स्थान पर दूसरा कार्य शुरू कराकर सूचना उपलब्ध करायी जाये।
बैठक में परियोजना निदेशक श्री दुष्यन्त कुमार ने मण्डलायुक्त को अवगत कराया कि सहारनपुर क्लब का कार्य इस माह के अन्त तक पूर्ण करा लिया जायेगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 बी0एस0सोढी द्वारा अवगत कराया गया कि सांसद निधि की धनराशि का प्रयोग केवल कोविड-19 के उपकरणों की खरीद हेतु किया जा सकता है जो सभी उपकरण उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये है। इसलिए धनराशि व्यय नही की गयी।
इस मौके पर मण्डलायुक्त द्वारा मण्डल में सांसद निधि से सोलर लाईटों, खडण्जा, सीसीरोड, नाली निर्माण, सहारनपुर क्लब, लैब आदि निर्माण कार्यों की गहनता से समीक्षा की गयी।
बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या श्री संजीव कुमार सिंह तथा वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर श्री प्रणय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मुजफ्फरनगर श्री आलोक यादव, मुख्य विकास अधिकारी शामली श्री शंभुनाथ तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी सहारनपुर डा0 बी0एस0सोढी, परियोजना निदेशक सहारनपुर श्री दुष्यन्त कुमार तथा संबंधित अधिकारी और कार्यदायी संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे।